बस यूनियन के अध्यक्ष विजयवर्धन डंडरियाल को प्रधानमंत्री कार्यालय से उप परिवहन आयुक्त सुधांशु गर्ग की कार्यशैली को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब आरटीआई के तहत मिल गए हैं लेकिन विजयवर्धन डंडरियाल उन जवाबों से संतुष्ट नहीं है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा है कि इस मामले में कहीं ना कहीं मिलीभगत नजर आ रही है.
जबकि , प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा एक पत्र 2 नवंबर 2020 को मुख्य सचिव उत्तराखंड शासन को जांच के लिए प्रेषित किया गया, जिसमें यूनियन के अध्यक्ष द्वारा शिकायत के 6 बिंदु थे. उनका जवाब यूनियन अध्यक्ष विजयवर्धन डंडरियाल को मिल चुके हैं लेकिन आरटीआई से मिले जवाब से यूनियन अध्यक्ष संतुष्ट नहीं है
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परिवहन मुख्यालय में तैनात उपपरिवहन आयुक्त सुधांशु गर्ग आरआई के पद से अपने किए गए गलत कार्यों के होते हुए उप परिवहन आयुक्त तक पहुंच गए. विभाग लगातार उनका प्रमोशन कर रहा है, जबकि उनके द्वारा कई गलत कार्यों को अंजाम दिया गया. जिसकी अभी तक भी जांच नहीं हो पाई है. ऐसे में उन्होंने किसी बाहरी एजेंसी से जांच कराए जाने की मांग की है.
सिटी बस यूनियन के अध्यक्ष विजयवर्धन डंडरियाल ने बताया की जब इन सभी मामलों की आरटीआई द्वारा सूचना मांगी गई. तो 5 बिंदुओं पर तो इनके द्वारा कहा गया कि शासन स्तर से एक जांच अधिकारी को नामित किया जाना प्रस्तावित है लेकिन बिंदु संख्या 6 में सचिव परिवहन के द्वारा एक आलेख तैयार कर लिया गया है लेकिन अभी उसका खुलासा नहीं किया गया.
ऐसे में अध्यक्ष विजयवर्धन डंडरियाल ने इस मामले की किसी बाहरी एजेंसी से कराए जाने की मांग की है, जिससे कि जांच सही दिशा में आए. क्योंकि विभाग के अधिकारी ही जांच करते हैं, जिससे कि इन लोगों को साफ-साफ बचा लिया जाता है. उन्होंने कहा कि आज सुधांशु गर्ग खुद विजिलेंस पद पर तैनात हैं, जिस अधिकारी द्वारा गलत कार्य किए गए हैं और वही विजिलेंस पद पर कार्यरत है.
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