Kargil Vijay Diwas 2023 : कारगिल विजय दिवस भारत के लिए एक महत्वपूर्ण दिन है. यह दिन हमें उन वीर सैनिकों को याद दिलाता है जिन्होंने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी. कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में लड़ा गया था. यह युद्ध भारत के लिए एक ऐतिहासिक विजय थी. भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को हराकर कारगिल की चोटियों पर कब्जा कर लिया.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को गांधी पार्क स्थित शहीद स्मारक स्थल पर कारगिल शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध में बड़ी संख्या में उत्तराखंड के सपूतों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहूति दी. राज्य सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है.
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने भी कारगिल विजय दिवस के अवसर पर देश की रक्षा में अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले वीर शहीदों को नमन कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की. उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान भारतीय सेना ने अदम्य साहस, शौर्य और रणनीतिक कौशल का प्रदर्शन किया था. इस विजय अभियान में भारतीय सेना के कई शूरवीरों ने देश के लिए अपना बलिदान दिया, जिसमें उत्तराखंड के कई वीर सैनिक भी शामिल थे.
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उन्होंने कहा कि भारत की सेना ने अपने शौर्य और पराक्रम से हमेशा देश का गौरव बढ़ाया है जिस पर हम सभी को गर्व है. शौर्य दिवस देश की सुरक्षा के लिए सीमा पर तैनात वीर सैनिकों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का दिन भी है. इन वीर जवानों के त्याग एवं बलिदान के कारण ही राष्ट्र की सीमाएं सुरक्षित हैं.
कारगिल विजय दिवस पर हम सभी को उन वीर सैनिकों को याद करना चाहिए जिन्होंने भारत की रक्षा के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया. हमें उनका सम्मान करना चाहिए और उनके परिवारों का समर्थन करना चाहिए. हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारी सेना हमेशा अच्छी तरह से सुसज्जित और प्रशिक्षित हो ताकि वे देश की सुरक्षा के लिए हमेशा तैयार रहें.