तिरुवनंतपुरम : केरल में शनिवार को हुई भारी बारिश के चलते कुछ जिलों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. बाढ़ और भूस्खलन से अब तक सात लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. कोट्टायम और इडुक्की जिले में हुए भूस्खलन में 12 लोग लापता हैं.
सेना और एनडीआरएफ ने रविवार सुबह फिर से भूस्खलन में लापता लोगों की तलाश शुरू की.
ताजा अपडेट के मुताबिक कोट्टायम, पथानामथिट्टा और इडुक्की जिलों में बाढ़ की स्थिति अब भी बनी हुई है. बाढ़ प्रभावित जिलों में कई घर पानी में डूब गए हैं और कई घर तबाह हो गए. प्रशासन की तरफ से प्रभावित लोगों के लिए राहत शिविर खोले गए.
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बाढ़ प्रभावित जिलों में जन-जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है. इडुक्की, कोट्टायम और पथानामथिट्टा जिलों में लोगों को बिजली कटौती व अन्य असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है.
अलाप्पुझा जिले में लगातार दूसरे दिन भी बारिश जारी है. वहीं, केरल सरकार ने राज्य में बांधों पर रेड अलर्ट जारी किया है. क्योंकि राज्य के अधिकतर बांध अपनी पूरी क्षमता से भर चुके हैं.
इधर, त्रावणकोर देवस्वम बोर्ड ने भगवान अयप्पा के भक्तों से अनुरोध किया कि वे 17 और 18 अक्टूबर को सबरीमाला मंदिर में जाने से परहेज करें, क्योंकि राज्य में विशेष रूप से पथानामथिट्टा जिले में भारी बारिश जारी है और पंबा नदी का जल स्तर पर खतरनाक रूप से बढ़ गया है.
बता दें, शनिवार को भारी बारिश के कारण भयावह स्थिति उत्पन्न होने के बाद राज्य सरकार ने राहत और बचाव कार्य के लिए सेना से मदद का अनुरोध किया था. शनिवार को हुई बारिश से वर्ष 2018 और 2019 की विनाशकारी बाढ़ की यादें ताजा हो गई हैं.
हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है और भयभीत होने की जरूरत नहीं है. केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा, स्थिति गंभीर है. उन्होंने कहा कि नवीनतम मौसम पूर्वानुमान संकेत दे रहा है कि हालात अब इससे अधिक खराब नहीं होंगे.
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