कोल्हापुर (डीवीएनए)। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल (चंद्रकांत पाटिल) शिवसेना ने जोरदार धक्का दिया है। शिवसेना ने चंद्रकांत पाटिल के पैतृक गांव खानपुर में अपना झंडा फहराया। खानपुर में, यह पता चला कि भाजपा ने कांग्रेस-राकांपा से हाथ मिला लिया था। हालाँकि, शिवसेना ने खानकापुर गाँव में चंद्रकांत पाटिल की 6 सीटों पर जीत हासिल की। तीनों दलों के स्थानीय नेता शिवसेना का समर्थन करने के लिए एकजुट हुए थे। कोल्हापुर में खानपुर ग्राम पंचायत के लिए इस अनूठे मोर्चे पर राज्य भर में चर्चा शुरू हो गई थी। उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने भी खानपुर मुद्दे पर नाराजगी जताई थी। शिवसेना विधायक प्रकाश अबितकर ने खानपुर में जीत हासिल की है।शिवसेना ने चंद्रकांत पाटिल के पैतृक गांव खानपुर में स्वतंत्रता ला दी है। खानपुर में शिवसेना की जीत को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। भाजपा इस समय चंद्रकांत पाटिल के खानपुर गांव में सत्ता में है। हालांकि, शिवसेना की हवा को रोकने के लिए, भाजपा ने अपने हाथों पर एक श्घड़ीश् बनाई थी। पूरे राज्य में इस तरह की बात की गई। भाजपा, कांग्रेस और राकांपा के स्थानीय नेता भूदरगढ़ तालुका में खानपुर ग्राम पंचायत के लिए एक साथ आए।यह अनोखा गठबंधन खानपुर में तब भी गठित किया गया था जब राज्य में महाविद्या अगाड़ी सत्ता में थी। स्थानीय स्तर पर क्यों नहीं, लेकिन शिवसेना के खिलाफ कांग्रेस-राकांपा भाजपा की परछाई देखकर हैरान रह गई। उप मुख्यमंत्री अजीत पवार ने खानपुर की स्थिति पर नाराजगी व्यक्त की थी। खानपुर गांव में अबितकर समूह को रोकने के लिए भाजपा ने कांग्रेस-एनसीपी के साथ हाथ मिलाया था। प्रकाश अबितकर कोल्हापुर जिले के एकमात्र शिवसेना विधायक हैं। अबितकर सत्ता हथियाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। इसलिए, शिवसेना के खिलाफ भाजपा-कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन एक रंगीन चुनाव देखने जा रहा था। हालाँकि, प्रकाश अबितकर ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को खानपुर में जीत दिलाकर एक बड़ा तोहफा दिया है।वाजेद असलम ब्यूरो चीफ महाराष्ट्र
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