दुनिया के बहुत से देशों में कोरोना वायरस(Coronavirus) के बढ़ते मामलों के बीच नोरोवायरस(Norovirus) संक्रमण ने भी डॉक्टरों की चिंता बढ़ा दी है। बता दें कि इंग्लैंड में पिछले दिनों नोरोवायरस के सामने आए 154 मामलो के बाद स्वास्थ्य संगठन अलर्ट पर है। नोरोवायरस(Norovirus) को ‘विंटर वामिटिंग बग’ के नाम से जाना जाता है। जानकारी के अनुसार नोरोवायरस(Norovirus) , कैलिसिविरिडे(caliciviridae) फैमिली का वायरस है. नोरोवायरस, कैलिसिविरिडे(caliciviridae) फैमिली का वायरस है।
जानकारी के अनुसार यह वायरस दुनिया भर में गैस्ट्रोएंटेराइटिस प्रकोप के 50 फ़ीसदी मामलों के लिए जिम्मेदार हो सकता है। इस बीमारी के चलते हर साल अमेरिका में करीब 70000 लोगों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ती है जिसमें से 700 से लेकर 800 लोगों की मौत हो जाती है।
रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के मुताबिक दस्त, उल्टी-मतली और पेट दर्द नोरोवायरस(Norovirus) के सामान्य लक्षण हो सकते हैं। कोरोना(Corona) के नए वैरिएंट्स के लक्षण भी इससे मिलते जुलते हैं। ऐसे में लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर यह कैसे पता किया जा सकता है कि व्यक्ति नोरोवायरस(Norovirus) से संक्रमित है या फिर कोरोनावायरस(Coronavirus) से? आइए आगे की स्लाइडों में विस्तार से समझने की कोशिश करते हैं कि इन दोनों संक्रमणों के लक्षणों में कैसे अंतर किया जा सकता है?
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नोरोवायरस(Norovirus) के बारे में जानिए खास जानकारी
बता दे कि कई पश्चिमी देशों में सर्दियों के मौसम में हर बार नोरोवायरस(Norovirus) के मामले बढ़ जाते हैं, हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि साल के किसी भी समय व्यक्ति इसकी चपेट में आ सकता है। बता दे कि नोरोवायरस (Norovirus) संक्रमण में पेट की आंतों में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से लोगों को कई तरह की जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है। विशेषज्ञ बताते हैं कि संक्रमित व्यक्ति के मल और उल्टी के संपर्क में आने वाले लोगों को इस संक्रमण का खतरा हो सकता है। नोरोवायरस(Norovirus) से बचाव के लिए सभी लोगों को दूषित भोजन और पानी पीने से मना किया जाता है। ऐसे समय में लोगों को साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। नोरोवायरस(Norovirus) 60 डिग्री सेल्सियस तक के तापमान पर भी जीवित रह सकते हैं। अक्सर समुद्री इलाकों में ज्यादातर लोगों में शेलफिश खाने के कारण इस संक्रमण का खतरा बना रहता है।
क्या होते हैं नोरोवायरस के लक्षण
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार जिन लोगों को यह संक्रमण होता है उनमें जी मिचलाना-मतली सबसे आम लक्षण हो सकता है। संक्रमण बढ़ने के साथ लोगों को अन्य कई तरह की समस्याओं का भी अनुभव हो सकता है। सीडीसी के अनुसार लोगों में यह लक्षण आमतौर पर 1-3 दिनों तक बने रहते हैं। कुछ लोगों को 3 दिनों से अधिक समय तक दस्त की दिक्कत भी रह सकती है।
उल्टी-पेट दर्द
पेट में ऐंठन
लगातार दस्त आना
कमजोरी और सुस्त महसूस करना
बुखार और ठंड लगने की समस्या
शरीर, विशेषरूप से सिर में दर्द
नोरोवायरस और कोरोना वायरस के सामान्य लक्षण
कोरोनावायरस(Coronavirus) के सामान्य लक्षणों में लोगों को बुखार, सूखी खांसी, सिरदर्द, स्वाद और गंध न आने की समस्या हो सकती हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि नोरोवायरस(Norovirus) और कोरोनावायरस(Coronavirus) के कई लक्षण (बुखार, सूखी खांसी, सिरदर्द, मतली, उल्टी और दस्त) समान हो सकते हैं, इससे दोनों के बीच अंतर करना मुश्किल हो जाता है। हालांकि दोनों संक्रमणों के जोखिम कारक भिन्न अवश्य हो सकते हैं। आइए जानते हैं कि नोरोवायरस(Norovirus) और कोरोनावायरस(Norovirus) में अंतर कैसे किया जाए?
आखिर कैसे कोरोनावायरस और नोरोवायरस में करें अंतर?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक चूंकि दोनों संक्रमणों के ज्यादातर लक्षण समान होते हैं ऐसे में इनमें अंतर करना थोड़ा कठिन हो सकता है। हालांकि ध्यान देने वाली बात यह है कि कोरोनावायरस(coronavirus) के संक्रमण में ऊपरी श्वसन तंत्र संबंधी समस्याएं ज्यादा होती है जबकि नोरोवायरस(Norovirus) पर में लोगों को पेट से जुड़ी दिक्कतों का खतरा अधिक होता है। गंध और स्वाद न आने की समस्या दोनों में अंतर करने का सबसे आसान तरीका है, यह दिक्कत सिर्फ कोरोना के संक्रमण में ही होती है। इसके अलावा कोविड-19 में सीने में दर्द और सांस न आने की दिक्कत अधिक होती है जबकि नोरोवायरस(Norovirus) में इस तरह की समस्याएं नहीं होती हैं। डॉक्टरों के अनुसार कोरोनावायरस(Coronavirus) और नोरोवायरस (Norovirus), दोनों ही प्रकार के संक्रमण सेहत के लिए काफी नुकसानदायक हैं, ऐसे में इस तरह के लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।