Demo

दिल्ली से एक खबर सामने आई है जिसमें बताया जा रहा है कि विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिल्ली स्थित कार्यालयों को बुधवार को बम से उड़ाने की धमकी दी गई। जानकारी के मुताबिक विहिप के कार्यालय में एक आदमी बुधवार को घूस गया था और उसने यह धमकी दी इसके बाद विहिप कार्यकर्ताओं ने उसे पकड़कर दिल्ली पुलिस के हाथों सौंप दिया। बताया जा रहा है कि यह घटना बुधवार को दिल्ली के झंडेवालान में स्थित विश्व हिंदू परिषद के ऑफिस में हुई है। इसकी जानकारी खुद विहिप ने अपने ट्विटर अकाउंट पर भी दी है।


यह जानकारी दी गई है कि दिल्ली झंडेवालान में मौजूद विश्व हिंदू परिषद के कार्यालय में एक शख्स घुस गया और उसने धमकी देना शुरू कर दिया और उसने कहा कि वह कार्यालय को बम से उड़ा देगा इस पर ऑफिस में हड़कंप मच गया, मामले की जानकारी तुरंत पुलिस को दी गयी। इस बीच एस शख्स को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया गया।


गुस्से में आकर ऑफिस को बम से उड़ाने की दी धमकी


पुलिस को सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि विश्व हिंदू परिषद के ऑफिस में घुसकर धमकी देने वाले का नाम प्रिंस पांडे है वह मध्यप्रदेश का रहने वाला है और दिल्ली पुलिस उससे अभी भी पूछ्ताछ कर रही है सूत्रों के अनुसार पता चला है कि प्रिंस ने बताया कि वह विश्व हिंदू परिषद के कार्यालय में गए गया था, लेकिन जब वहाँ उसने अपनी शिकायत के बारे में बताया तो उसकी शिकायत पर किसी ने गौर नहीं किया। वह गुस्से में आ गया और ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी दे दी। पुलिस अब उसे हिरासत में लेकर मामले में और पूछ्ताछ कर रही है।

यह भी पढ़ें- बिना कपड़े पहने Instagram पर लाइव आए स्पिनर अक्षर पटेल।


पूछ्ताछ में धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया।


डीएसपी का कहना है कि पुलिस को जब 12:41 पर सूचना मिली कि किसी ने विश्व हिंदू परिषद में घुसकर उसको बम से उड़ाने की धमकी दी थी। यह ऑफिस झंडेवालान के दूसरे फ्लोर पर स्थित है। पुलिस की पूछ्ताछ में ये सामने आया है कि उस व्यक्ति की उम्र 26 साल है और वह खुद को ग्रैजुएट बता रहा है। उसने दावा किया कि उसके गांव में एक परिवार को ईसाई धर्म में परिवर्तन करने का पता चला था। इसके बाद वह इस बात से भी नाराज था कि उसकी कोई सुन नहीं रहा था। उसने खुद के आरएसएस समर्थक होने का दावा भी किया है। उसने यह भी दावा किया है कि धर्मांतरण वाली बात उसने आरएसएस के बड़े कार्यकर्ताओं को भी बताई थी, लेकिन उनकी ओर से भी कोई सुनवाई नहीं की गई। माना जा रहा है कि इसलिए उसने इस ओर ध्यान खींचने के लिए ऐसा कदम उठाया।

Share.
Leave A Reply