मुंबई ( डीवीएनए)। राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि यदि महाविकास की सरकार ने टीआरपी घोटाले की जांच नहीं की होती, तो देश के असली अपराधी कभी सामने नहीं आते।पत्रकार अर्नब गोस्वामी और BARC के पूर्व प्रमुख पार्थ दासगुप्ता के बीच व्हाट्सएप बातचीत कथित TRP घोटाले के बाद वायरल हो गई है। पाटिल ने उस पर ऐसा बयान दिया है।पाटिल ने कहा मीडिया को लोकतंत्र का चैथा स्तंभ माना जाता है। हालांकि, हालिया जानकारी से यह स्पष्ट है कि मीडिया में एक तथाकथित पत्रकार का शाब्दिक रूप से प्रधानमंत्री कार्यालय और प्रमुख मंत्रालयों को एक खिलौने के रूप में उपयोग किया जाता है। यह व्यक्ति महसूस करता है कि देश के सैनिकों का बलिदान एक जीत क्षण है। इस सारी जानकारी को पढ़ने के बाद, जनता को पता चल जाएगा कि असली गद्दार कौन हैं।जयंत पाटिल ने किया है टीआरपी के फंदे में फंसने पर बड़े लोगों की जिंदगी कभी परदे पर नहीं आएगी, क्या दर्शकों को पति और सास के बीच झगड़ा पसंद है?इस बीच, रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी पर मुंबई पुलिस ने पैसे देकर टीआरपी बढ़ाने का आरोप लगाया है। मामले में फिलहाल पार्थ दासगुप्ता सहित दो लोग हिरासत में हैं।इस बीच, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने एक संवाददाता सम्मेलन में पूछा कि अरनब गोस्वामी को राष्ट्रीय सुरक्षा के बारे में गोपनीय जानकारी के बारे में पहले से ही पता चल गया था।वाजेद असलम ब्यूरो चीफ महाराष्ट्र
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