पिथौरागढ़ जिले के मूल निवासी और 1991 बैच के आईएएस अधिकारी मनोज पंत को पश्चिम बंगाल का मुख्य सचिव नियुक्त किया गया है। इससे पहले राजस्थान के मुख्य सचिव रहे पंत ने अपनी अनुभव और विशेषज्ञता के आधार पर यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संभाली है। उनकी नियुक्ति से उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में उत्साह का माहौल है।मनोज पंत का करियर विभिन्न प्रशासनिक पदों पर रहा है, जिसमें वे 24 परगना सहित बंगाल के कई जिलों के जिलाधिकारी रहे हैं। वित्तीय मामलों के अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ पंत ने भारत सरकार के कैबिनेट सचिवालय में प्रधान सचिव और विश्व बैंक में भी अपनी सेवाएं दी हैं।
रुड़की विश्वविद्यालय (अब आईआईटी रुड़की) से मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी में गोल्ड मेडलिस्ट पंत ने अमेरिका के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय से पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री हासिल की है।मनोज पंत से पहले भी कई उत्तराखंडी अधिकारियों ने उच्च प्रशासनिक पदों पर सेवाएं दी हैं। नैनीताल निवासी भास्कर खुल्बे भी बंगाल के मुख्य सचिव रह चुके हैं, जबकि अनिल पुनेठा ने आंध्र प्रदेश के मुख्य सचिव के रूप में कार्य किया है।
इनके अलावा, अन्य कई पर्वतीय मूल के अधिकारी भी देश के विभिन्न राज्यों में उच्च प्रशासनिक और पुलिस पदों पर अपनी सेवाएं दे चुके हैं।मनोज पंत की इस नियुक्ति पर पूरे उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों में खुशी की लहर है और उन्हें एक प्रेरणास्रोत के रूप में देखा जा रहा है।