उत्तराखंड के लालकुआं में एक वरिष्ठ भाजपा नेता पर एक महिला कर्मी ने गंभीर आरोप लगाए हैं। महिला ने पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उक्त नेता ने उसे नौकरी देने के बहाने पहले शारीरिक शोषण किया और फिर उसे ब्लैकमेल करके बार-बार दुष्कर्म किया। इस मामले में पुलिस ने तहरीर के आधार पर जांच शुरू कर दी है।
रोजगार की तलाश में गई थी महिला
पीड़िता के अनुसार, 2021 में जब उसके पति का निधन हो गया था, तो वह रोजगार की तलाश में थी। इस दौरान वह आरोपित भाजपा नेता से मिली, जो एक प्रतिष्ठित पद पर आसीन हैं और उनके पास कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां हैं। नेता ने उसे आउटसोर्स के माध्यम से एक महत्वपूर्ण विभाग में नौकरी पर रखवा दिया। पीड़िता ने बताया कि कुछ समय बाद नेता ने उसे नियमित नौकरी दिलवाने के बहाने अपने ऑफिस में बुलाया और उसका फोन नंबर ले लिया।
होटल में बुलाकर किया दुष्कर्म
पीड़िता ने बताया की 10 November 2021 को नेता ने उसे काठगोदाम के नरीमन चौराहा स्थित एक होटल में बुलाया, यह कहते हुए कि वह उसे नियमित नौकरी दिलाने की योजना बना रहा है। जब वह होटल पहुंची, तो वहां केवल वही नेता था। इस दौरान नेता ने उसे नौकरी दिलाने का झांसा देकर जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इसके बाद, नेता ने उसे धमकी दी कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया, तो वह उसकी नौकरी छीन लेगा।
अश्लील वीडियो के जरिये बार-बार किया ब्लैकमेल
पीड़िता के अनुसार, इस घटना के बाद भी नेता ने उसे ब्लैकमेल करते हुए बार-बार शारीरिक शोषण किया। उसने बताया कि नेता ने उसके साथ होटल में हुई घटना का वीडियो और फोटो बना लिया था। इन अश्लील फोटो और वीडियो का इस्तेमाल करके नेता ने उसे अपने ऑफिस में बुलाकर गलत तरीके से छूआ और जबरन शारीरिक संबंध बनाने की धमकी दी। पीड़िता ने कहा कि 26 दिसंबर 2021 को भी नेता ने उसे इस प्रकार से ब्लैकमेल करके शारीरिक संबंध बनाने के लिए मजबूर किया।
जान से मारने की धमकी
पीड़िता ने आगे बताया कि जब उसने नेता के इस तरह के अत्याचारों का विरोध किया, तो नेता ने अपने चालक के माध्यम से उसे जान से मारने की धमकी दिलवाई। उसने इस धमकी की व्हाट्सएप चैट भी पुलिस को सौंपी है। पीड़िता का कहना है कि आरोपित नेता ने उसे धमकी दी थी कि अगर उसने किसी को यह बात बताई, तो उसके बच्चों और उसकी जान को खतरा हो सकता है।
पुलिस कर रही है मामले की जांच
पीड़िता की तहरीर पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की जा रही है और पीड़िता के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। फिलहाल, मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस द्वारा आरोपी नेता की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
स्थानीय राजनीति में उबाल
इस घटना के सामने आने के बाद लालकुआं और आसपास के इलाकों में हड़कंप मच गया है। स्थानीय राजनीति में भी इस मामले को लेकर हलचल मची हुई है। लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा और निराशा है। कुछ लोग इस मामले को राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में देख रहे हैं, जबकि अन्य लोग पीड़िता के साथ खड़े हैं और जल्द न्याय की मांग कर रहे हैं।पुलिस का कहना है कि वह मामले की निष्पक्ष जांच करेगी और दोषी पाए जाने पर आरोपित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में अभी तक किसी राजनीतिक प्रतिक्रिया का आना बाकी है, लेकिन यह घटना भाजपा के लिए एक और बड़ी चुनौती साबित हो सकती है, खासकर आगामी चुनावों के मद्देनजर।
यह भी पढें- ईडी की उत्तराखंड में बड़ी कार्रवाई, 5 राज्यों से जुटाए गए महत्वपूर्ण दस्तावेज और नकदी।