उत्तराखंड से एक बड़ी खबर आ रही है जहाँ दिल्ली में बन रहे केदारनाथ धाम मंदिर को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस की केदारनाथ प्रतिष्ठा यात्रा ने रविवार को कीर्तिनगर पहुंचकर अपना पांचवां दिन पूरा किया और फिर श्रीनगर में प्रवेश किया। यात्रा का स्वागत कांग्रेसियों ने बड़े धूमधाम से किया। सोमवार सुबह यह यात्रा रुद्रप्रयाग के लिए रवाना होगी और तीन अगस्त को केदारनाथ पहुंचेगी, जहां चार अगस्त को यात्रा का समापन होगा।
प्रेसवार्ता के दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि यह यात्रा कोई राजनीतिक अभियान नहीं है, बल्कि सनातन धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की यात्रा है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में केदारनाथ धाम के निर्माण के समर्थन में भाजपा सरकार ने पहले हाँ कहा, लेकिन जब कांग्रेस और उत्तराखंड के लोगों ने इसका विरोध किया तो धामी सरकार ने आनन-फानन में कानून पास करने का नाटक किया। माहरा ने यह भी कहा कि केदारनाथ धाम ट्रस्ट दिल्ली में अभी भी पैसे ट्रांसफर हो रहे हैं, लेकिन सरकार ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की है।
माहरा ने यह भी कहा कि गंगाजल से केदारनाथ का जलाभिषेक किया जाएगा और क्षेत्रपाल रक्षक देवता भैरव से न्याय की अर्जी दी जाएगी। यात्रा का समापन इसी के साथ किया जाएगा। पंडा पुरोहित समाज से भी वार्ता की जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यात्रा में कांग्रेस के सभी नेता शामिल हो रहे हैं और पार्टी में कोई गुटबाजी नहीं है। माहरा ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह धर्म की राजनीति कर रही है, बावजूद इसके अयोध्या से लेकर बदरीनाथ तक भाजपा को हार का सामना करना पड़ा है। अब केदारनाथ में भी भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। उन्होंने बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय पर केदारनाथ मंदिर में सोने की परत लगाने में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और कृष्णा माई गुफा का नाम मोदी गुफा किए जाने पर भी नाराजगी जताई।।