शनिवार दोपहर को हेमंत आर्य की अंत्येष्टि चित्रशिला घाट पर हो रही थी। 75 वर्षीय हेमंत आर्य रेलवे विभाग से रिटायर्ड थे और शुक्रवार को उनकी मृत्यु हो गई थी। उनके पड़ोसी, 37 वर्षीय क्षेत्रपाल पुत्र मुन्ना लाल, कई अन्य लोगों के साथ अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए चित्रशिला घाट आए थे। इसी बीच, क्षेत्रपाल गौला नदी में नहाने चला गया और पैर फिसलने से बह गया।लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन सफलता नहीं मिली। मल्ला काठगोदाम चौकी इंचार्ज फिरोज आलम और बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे और सर्च अभियान शुरू कर दिया। दो घंटे के बाद, संयुक्त टीम ने राजपुरा के पास गौला नदी के किनारे क्षेत्रपाल का शव बरामद किया। उसके बड़े भाई जसवंत लाल ने शव की पहचान की।भाई ने किया था मना, नहीं माना क्षेत्रपाल:जसवंत लाल ने बताया कि उन्होंने अपने भाई क्षेत्रपाल को अंत्येष्टि में न जाने की सलाह दी थी, लेकिन क्षेत्रपाल ने खुद जाने का निर्णय लिया। क्षेत्रपाल के परिवार में उसकी पत्नी, एक बेटा और दो बेटियाँ हैं। बेटा सातवीं कक्षा में, दूसरी बेटी दूसरी कक्षा में और तीसरी नर्सरी में पढ़ती है।

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मदद के अभाव में थानाध्यक्ष हुए नाराज:पुलिस ने शव को नदी से निकालकर सड़क तक पहुंचाया, लेकिन शव को अस्पताल ले जाने के लिए कोई वाहन चालक तैयार नहीं हुआ। इस पर थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी नाराज हो गए और उन्होंने स्वयं एक वाहन का इंतजाम किया। भाई का शक:क्षेत्रपाल के भाई का शक है कि अंत्येष्टि के दौरान किसी ने क्षेत्रपाल को शराब पिलाई, जिससे यह हादसा हुआ। क्षेत्रपाल के बच्चों को अभी तक इस घटना के बारे में नहीं बताया गया है, जबकि उनकी पत्नी इस सदमे से बेसुध है।

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