देहरादून के रायवाला क्षेत्र में घटी एक भयावह घटना ने समूचे समाज को झकझोर के रख दिया है। 6 मई 2024 की सुबह, छिद्दरवाला क्षेत्र में स्थित तीन पानी पुलिया के नीचे सर्विस रोड पर एक युवती का शव मिला, जिसकी पहचान बाद में आरती डबराल के रूप में हुई। आरती डबराल ऋषिकेश के एक प्राइवेट स्कूल में शिक्षिका थीं और उनकी उम्र मात्र 26 वर्ष थी।
जांच के दौरान, इस घटना के संबंध में एक संदिग्ध अभियुक्त का नाम सामने आया, शैलेन्द्र भट्ट, जिसने घटना के बाद चीला नहर में कूदकर खुदकुशी कर ली। शैलेन्द्र भट्ट भी 26 वर्ष के थे और टिहरी गढ़वाल के भद्रास्यूं पुजारगांव के रहने वाले थे। वे पिछले 7-8 वर्षों से अपनी बहन के साथ बसन्त कालोनी, श्यामपुर में रह रहे थे और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे थे।
पुलिस ने इस मामले की जांच के दौरान पाया कि आरती डबराल और शैलेन्द्र भट्ट पिछले छह वर्षों से एक दूसरे को जानते थे। यह भी सामने आया कि मृतक युवती आरती डबराल घटना के एक दिन पहले अपने घर से एक दोस्त की बर्थडे पार्टी में जाने की बात कहकर निकली थी और फिर वापस नहीं लौटी।
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यह घटना समाज में एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है, जिसमें युवा जीवन की इस तरह से त्रासदी में समाप्ति न केवल परिवारों के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है। इस तरह की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य और व्यक्तिगत संबंधों की गहराई को समझने की अत्यधिक आवश्यकता है।
प्रशासन और समुदाय को मिलकर ऐसे मुद्दों पर काम करने की जरूरत है, जिससे भविष्य में इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को रोका जा सके।