बर उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों से जहाँ ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है।हेमकुंड साहिब में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। यहां रात को तापमान माइनस 10 डिग्री तक पहुंच रहा है जिससे यहां बहने वाले झरने, नदी नालों के साथ पवित्र सरोवर भी जम चुका है।
जी हाँ,इस कड़ाके की ठंड में भी मजदूर हेमकुंड साहिब के आस्था पथ पर मार्ग सुधारीकरण के कार्य में जुटे हुए हैं। हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा ट्रस्ट के प्रबंधक सेवा सिंह ने बताया कि हाल ही में निरीक्षण के लिए हेमकुंड साहिब गए थे। उन्होंने बताया कि वहां अभी भी कई जगह बर्फ जमी हुई है।
इतनी ठंड के बावजूद हेमकुंड साहिब के मार्ग पर लोनिवि के मजदूर रास्ते के सुधारीकरण और रेलिंग निर्माण में लगे हुए हैं। सुबह धूप खिलने पर यहां कुछ राहत मिल रही है लेकिन शाम ढलते ही हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है।
आपको बता दें कि इस साल 10 अक्तूबर को हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद हुए थे। इस वर्ष दो लाख 47 हजार श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में दर्शन किए।उधर, बदरीनाथ धाम में भी इन दिनों हाड़ कंपाने वाली ठंड पड़ रही है। रात के समय यहां तापमान शून्य से नीचे पहुंच रहा है। बदरीनाथ धाम के पास बहने वाली ऋषि गंगा का पानी पहाड़ी पर ही जम गया है।
वहीं, पहाड़ों में ठंड बढ़ने से अब मैदानी इलाकों में भी ठंड पड़ने ली है। मैदानी इलाकों में सुबह की शुरुआत कोहरे के साथ हो रही तो रात को पाला गिरने लगा है।