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इस साल यानी आज देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाने वाला है। भाई बहन के रिश्ते में इस पर्व का बेहद ही खास महत्त्व है। बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षासूत्र बांधती हैं, वहीं भाई उनको गिफ्ट देते है। आपको बता दें कि सावन महीने में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा पर मनाया जाने वाला रक्षाबंधन का त्योहार इस बार बेहद ही पावन और खास होने जा रहा है। इस दिन ऐसा महासंयोग करीबन 200 साल बाद बना है।

200साल बाद बन रहा है यह महासंयोग
ज्योतिषशास्त्रियों का कहना है कि इस साल रक्षाबंधन पर ग्रहों की एक विशेष स्थिति बनने जा रही है। दरअसल इस बार गुरुदेव बृहस्पतिवार ग्रहों के सेनापति शनि विक्रय अवस्था में अपने अपने राशियों में विराजमान रहेंगे। साथ ही आयुष्मान, सौभाग्य और ध्वज योग रहेगा। इसके अलावा शंख, हंस और सत्कीर्ती नाम के राजयोग भी बन रहे हैं। ग्रहो का ऐसा अद्भुत संयोग करीबन 200 साल बाद देखने को मिल रहा है।
नए कार्य को करने पर होगा फायदा।

इसके अलावा आज पूर्णिमा तिथि और श्रवण नक्षत्र के साथ ही गुरुवार का शुभ संयोग बन रहा है। ज्योतिष से मिली जानकारी के मुताबिक इस योग को शॉपिंग के लिहाज से शुभ माना जाता है। इस शुभ मुहूर्त में वाहन, प्रॉपर्टी, ज्वेलरी, फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान और अन्य चीजों की खरीदारी से लंबे समय तक का फायदा मिल सकता है। साथ ही किसी भी नई शुरुआत के लिए ये दिन बहुत ही अच्छा है इस दिन नए व्यापार को शुरू करना, नौकरी ज्वॉइन करना जैसे कार्य भी किये जा सकते हैं।

भद्रकाल में ना बांधे राखी।
जोतिषियों के अनुसार गुरुवार को भद्रकाल 10:39 पर शुरू होगा और रात 8:52 तक रहेगा। ऐसा माना जाता है कि भद्रा का वास चाहे आकाश में रहे या स्वर्ग में जब तक भद्राकाल पूरी तरह खत्म न हो जाए तब तक रक्षा बंधन नहीं करना चाहिए।
क्या है शुभ मुहूर्त?
11 अगस्त पुच्छ काल में। शाम 5:07 से 6:19
11 अगस्त चर चौघड़िया में रात 8:52 से 9:48 तक
11 अगस्त प्रदोष काल में रात 8:52 से 9:15 तक

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