Demo

Gyanvapi masjid से एक बड़ी खबर सामने आ रही है खबर के अनुसार बताया जा रहा है कि Gyanvapi masjid का सर्वे पूरा हो चुका है और सर्वे के बाद हिन्दू पक्ष ने दावा किया कि masjid में शिवलिंग मिला है। इसके बाद हिन्दू पक्ष वाराणसी कोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने तुरंत आदेश दिया कि कुएं में जहां पर शिवलिंग मिला है, उस जगह को सील कर दिया जाए। साथ ही उस स्थान की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी कमिश्नर commissioner, DM और SP को दे दी गई है और वहां किसी को जाने की इजाजत नहीं है।

वहीं, इस मामले पर याचिकाकर्ता सोहनलाल आर्या ने दावा करते हुए बताया है कि, “बाबा मिल गए हैं। वजु के स्थान पर पानी निकलने के बाद शिवलिंग दिखा और लोग शिवलिंग को देखते ही हार हार महादेव के नारे लगाने लगे और ख़ुशी से नाचने लगे। वहीं, पश्चिमी दीवार के पास मलबे की जांच के लिए कमीशन बने और मलबे से मूर्तियों के अवशेष मिलेंगे।” वहीं मुस्लिम पक्ष ने कहा कि सर्वे से हम संतुष्ट हैं और कोई शिवलिंग नहीं मिला है।

बता दें कि video graphy करने वाली Team ने बयान देते हुए कहा, “कहीं भी ताला तोड़ा नहीं गया। सभी ने पूरा सहयोग किया। एक ही शैली से पूरे भवन का निर्माण किया गया है। सिर्फ एक जगह आपसी सहमति से ताला काटा गया, क्योंकि ताले पर जंग लगा हुआ था।”

वहीं,सर्वे खत्म होने के बाद वाराणसी के commissioner सतीश गणेश ने सभी पक्षों का धन्यवाद किया और कहा, “हमने सभी हितधारकों के साथ बात की और आम सहमति पर पहुंचे कि अदालत के आदेश का पालन करना महत्वपूर्ण है। हमने लोगों की भ्रांतियों को भी दूर किया और विश्वास बहाली पर काम किया। तीन दिवसीय सर्वेक्षण समाप्त हो गया है। हम काशी के लोगों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देते हैं।”

यह भी पढ़े – Uttarakhand के पूर्व मुख्यमंत्री Tirth Singh Rawat ने फिर दिया फटी जींस पर बयान, अब कही ये बात

आपको बता दें कि वाराणसी के DM कौशल राज शर्मा ने Media से बात करते हुए कहा, “जांच आयोग के किसी भी सदस्य ने Gyanvapi masjid के सर्वेक्षण के ब्योरे का खुलासा नहीं किया। कहीं भी कोई नारा नहीं लगाया गया है। अगर किसी ने सर्वे के बारे में कोई बात बताई है, तो ये उनके निजी विचार हैं। न्यायालय सर्वेक्षण के बारे में जानकारी का संरक्षक है। एक सदस्य को कल लगभग कुछ मिनटों के लिए आयोग से हटा दिया गया था, बाद में दोबारा आयोग में भर्ती कराया गया।”

Share.
Leave A Reply