रुड़की। रुड़की कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में एक दर्दनाक घटना ने सबको झकझोर कर रख दिया। नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा ने मानसिक तनाव और ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। छात्रा के परिवार का आरोप है कि एक युवक उसे फोन पर लगातार परेशान और ब्लैकमेल कर रहा था, जिससे वह मानसिक रूप से बेहद परेशान थी।
शनिवार रात छात्रा ने गेहूं में रखने वाली कीटनाशक दवा का सेवन कर लिया। ज़हर निगलने के कुछ ही देर बाद उसकी तबीयत बिगड़ गई और उसे उल्टियां होने लगीं। परिजनों ने आनन-फानन में उसे गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद डॉक्टर उसे बचा नहीं सके। देर रात छात्रा ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। रविवार सुबह नम आंखों से परिजनों ने बेटी का अंतिम संस्कार किया।
छात्रा के परिजनों ने बताया कि एक अज्ञात युवक लंबे समय से उनकी बेटी को मोबाइल फोन पर धमकियां दे रहा था और उसे किसी बात को लेकर ब्लैकमेल कर रहा था। इस वजह से वह गहरे मानसिक तनाव में थी। हालांकि, परिजनों के पास युवक का नाम और पता नहीं है, सिर्फ उसका मोबाइल नंबर ही उपलब्ध है।
वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनोद थपलियाल ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल्स और लोकेशन रिकॉर्ड खंगाल रही है, जिससे ब्लैकमेल करने वाले आरोपी तक पहुंचा जा सके।
फिलहाल, पुलिस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। यह घटना न केवल छात्रा के परिवार के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए एक दुखद चेतावनी है कि मानसिक उत्पीड़न और साइबर ब्लैकमेलिंग किस हद तक नुकसान पहुंचा सकती है।
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