श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) पर आतंकवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में भारतीय सेना के बहादुर जवान एम. मुरली नाइक वीरगति को प्राप्त हो गए। आंध्र प्रदेश के श्री सत्य साईं जिले के कल्ली थांडा गांव निवासी नाइक ने देश की रक्षा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया।
यह घटना ऐसे समय पर सामने आई है जब बीती रात पाकिस्तान की ओर से जम्मू, पठानकोट और उधमपुर सहित कई सैन्य ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइलों के जरिए हमला करने की कोशिश की गई। भारतीय सेना की सतर्कता और मुस्तैदी के चलते इन सभी हमलों को समय रहते विफल कर दिया गया। इससे पहले भी देश के उत्तरी और पश्चिमी क्षेत्रों में 15 से अधिक ऐसे प्रयासों को नाकाम किया जा चुका है।
भारतीय सशस्त्र बलों ने इन हमलों का त्वरित और सटीक जवाब दिया। गुरुवार देर रात सेना ने जम्मू और आसपास के इलाकों में सभी मिसाइलों और ड्रोन को रास्ते में ही रोककर निष्क्रिय कर दिया, जिससे किसी भी प्रकार की बड़ी क्षति नहीं हो पाई।
इस पूरे घटनाक्रम ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को और अधिक बढ़ा दिया है। नियंत्रण रेखा पर बढ़ती घटनाएं आने वाले दिनों में सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौतियाँ पेश कर सकती हैं।