उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के हीना गांव के ग्रामीणों ने 40 साल के लंबे इंतजार के बाद आज सड़क के उद्घाटन के मौके पर खुशी के आंसू बहाए। गांव की महिलाएं और पुरुष ढोल-नगाड़ों के साथ नाचते-गाते हुए सड़क पर निकले और सरकार के प्रति अपना आभार व्यक्त किया।
ग्रामीण बताते हैं कि हीना गांव के लिए सड़क स्वीकृत हुई थी, लेकिन वन विभाग की आपत्ति के कारण निर्माण नहीं हो पाया। ग्रामीणों ने कई बार सरकार से शिकायत की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। आखिरकार, ग्रामीणों ने हाई कोर्ट में रिट दाखिल की, जिस पर कोर्ट ने सरकार को सड़क निर्माण का आदेश दिया।
हीना गांव की आबादी लगभग 1500 है। गांव में आलू, टमाटर और प्याज की खेती की जाती है। सड़क न होने से फसलों को बाजार तक ले जाना मुश्किल होता था। इसके अलावा, बच्चों को स्कूल जाने के लिए तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ता था।
सड़क के उद्घाटन के बाद ग्रामीणों ने कहा कि सरकार ने उनकी नहीं सुनी, तो कोर्ट ने उन्हें सड़क की सौगात दी है। उन्होंने कहा कि सड़क के निर्माण से गांव का विकास होगा और लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे।
सड़क के उद्घाटन से ग्रामीणों में खुशी की लहर है। यह खुशी साफ तौर पर उनके चेहरों पर झलक रही थी।