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देहरादून। विजिलेंस की टीम ने पौड़ी गढ़वाल के अगरोड़ा पट्टी क्षेत्र में तैनात एक राजस्व निरीक्षक को 15,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह अधिकारी खातेदारों के नाम और भूमि सीमांकन संबंधी आख्या बनाने के बदले घूस मांग रहा था। शिकायत मिलने पर विजिलेंस टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापा मारा और आरोपी को पकड़ा। नौगांव गांव के एक निवासी ने हेल्पलाइन नंबर 1064 पर शिकायत की थी कि राजस्व निरीक्षक कैलाश रवि उनसे भूमि के सीमांकन के लिए रिश्वत मांग रहा है। लगातार दस्तावेजों की मांग के बावजूद, बिना रिश्वत दिए उनका काम नहीं किया जा रहा था। विजिलेंस के निदेशक डॉ. वी. मुरुगेशन के निर्देश पर टीम ने शनिवार को कार्रवाई करते हुए आरोपी को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया।

संपत्तियों की जांच जारी

गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस टीम आरोपी के आवास और अन्य संपत्तियों की तलाशी लेकर चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा जुटा रही है। विजिलेंस के निदेशक ने कहा कि भ्रष्टाचार की किसी भी घटना की सूचना देने के लिए लोग हेल्पलाइन नंबर 1064 या व्हाट्सएप नंबर 9456592300 का उपयोग कर सकते हैं।

पिछले नौ महीनों में 31 भ्रष्टाचारी जेल भेजे

विजिलेंस निदेशक डॉ. वी. मुरुगेशन ने बताया कि इस साल के नौ महीनों में 22 ट्रैप ऑपरेशन किए गए, जिनमें 31 सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें विभिन्न विभागों के राजपत्रित और गैर-राजपत्रित अधिकारी शामिल हैं। राजस्व, पुलिस, परिवहन, शिक्षा, विद्युत, और कई अन्य विभागों से जुड़े ये आरोपी अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।

प्रतिक्रियाएं:

1. शिकायतकर्ता की प्रतिक्रिया:

“यह बहुत ही राहत देने वाली बात है कि विजिलेंस ने मेरी शिकायत पर इतनी तेजी से कार्रवाई की। मैं लंबे समय से अपने दस्तावेजों का इंतजार कर रहा था, लेकिन रिश्वत दिए बिना मेरा काम नहीं हो रहा था। अब मुझे उम्मीद है कि जल्द ही मेरा काम हो जाएगा।

2. विजिलेंस निदेशक की प्रतिक्रिया:

“हमारा उद्देश्य राज्य में भ्रष्टाचार को खत्म करना है। हमने कई विभागों में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सफलतापूर्वक कार्रवाई की है और यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि कोई भी सरकारी अधिकारी या कर्मचारी रिश्वत मांगने की हिम्मत न कर सके।

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