Chandrayaan-3 – चंद्रयान-3 को उसके मंजिल चाँद तक पंहुचाने के लिए उत्तराखंड के वैज्ञानिकों को भी हमेशा याद रखा जायेगा। इस चंद्रयान मिशन को उसकी सफलता तक पहुंचाने में उत्तराखंड के अग्रवाल दंपति भी शामिल रहे।
पौड़ी गढ़वाल जिले के दुगड्डा क्षेत्र के रहने वाले दीपक अग्रवाल (Uttarakhand Deepak Agarwal ISRO) और उनकी पत्नी पायल अग्रवाल चंद्रयान-3 (Payal Agarwal mission chandrayaan 3) की टीम का हिस्सा रही हैं। मिशन की सफलता के बाद दंपति गदगद हैं। उनका कहना है कि यह भारत के लिए गौरव के क्षण हैं। दीपक ने बताया उनकी पत्नी पायल विक्रम लैंडर के चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने के दौरान इसरो के दफ्तर पर ही मौजूद थीं।
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन (इसरो) (Indian Space Research Organisation) में काम करने वाले अग्रवाल दंपति चंद्रयान मिशन-3 के प्रक्षेपण से लेकर लैंडिंग तक के अभियान में शामिल रहे हैं। चंद्रयान के सफलतापूर्वक चांद की सतह पर उतरने पर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि यह उनके और देश के लिए गर्व की क्षण है। इस उपलब्धि में उनका और उनकी पत्नी का नाम भी जुड़ गया है।
दीपक अग्रवाल ने दुगड्डा स्थित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल को गोद लिया है। इस स्कूल में वह बच्चों की पढ़ाई और संसाधनों के विकास के लिए आर्थिक सहायता भी उपलब्ध करवाते हैं। वर्तमान में इसरो के चंद्रयान मिशन-3 की टीम में शामिल रहे दीपक अग्रवाल की पत्नी पायल अग्रवाल पिथौरागढ़ जिले की रहने वाली हैं, और उनका दीपक के गांव दुगड्डा में ननिहाल था, यहीं से दोनों का रिश्ता तय हुआ था।