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मंगलवार शाम उत्तराखंड में जैसे ही मौसम ने करवट ली तो प्रदेशभर में जगह-जगह पेड़ गिरने से हुए हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि छह लोग घायल हो गए। ज्वालापुर में कटहरा बाजार स्थित अंसारी मार्केट में करीब 100 वर्ष पुराना पीपल का पेड़ था। मंगलवार देर शाम बारिश शुरू हुई तो यहां रेहड़ी लगाने वाले कुछ लोग इसके नीचे खड़े हो गए। रात साढ़े नौ बजे पेड़ अचानक गिर गया। दो घंट के रेस्क्यू में इरफान, समीर और हर्ष को निकाल लिया गया। इरफान गंभीर है, उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।

तो वहीं, मौके से लापता मुनीर (10 वर्ष) रात करीब पौने एक बजे मलबे में दबा मिला। अस्पताल में उसे मृत घोषित कर दिया गया। हरिद्वार में ही कोतवाली क्षेत्र स्थित चमगादड़ टापू में भी एक पेड़ गिर गया। इसकी चपेट में आने से सोनीपत निवासी योगेश की मौत हो गई। उधर, हल्द्वानी में रामपुर रोड पर मानपुर पश्चिम में चलती कार पर विशालकाय पेड़ गिर गया, जिससे चालक की मौके पर ही मौत हो गई।

बता दें की पुलिस के अनुसार मृतक की पहचान हाईकोर्ट के अधिवक्ता तनुज सेमवाल के रूप में हुई है। तनुज पौड़ी के रहने वाले थे और उनकी बेटी रुद्रपुर में रहती है। परिवार नैनीताल के नैनागांव में रहता है। वह आइसक्रीम खाते हुए जा रहे थे, तभी हादसा हो गया। पुलिस पहुंची तो उनकी सांसे थम चुकी थीं, जबकि आइसक्रीम की स्टिक उनके मुंह में दबी थी। दूसरी ओर कोटद्वार स्थित बुद्धा पार्क के पास सड़क पर दो पेड़ गिर गए। हादसे में एक व्यक्ति घायल हो गया।

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जी हाँ,प्रेमगनर में अंधड़ से एक कुटिया ढह गई, जिससे एक व्यक्ति घायल हो गया, वह भी गंभीर है। ऋषिकेश में रायवाला-गौहर माफी मार्ग यूकेलिप्टस का पेड़ गिरने से अवरुद्ध हो गया। इसके साथ ही हाईटेंशन लाइन से टूटने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। उत्तरकाशी में यमुनोत्री हाईवे पर खनेड़ा-किसाला के पास भूस्खलन के बाद हाईवे पर आवाजाही बंद हो गई। वहीं कामर गांव से करीब 12 किमी ऊपर बुग्याल क्षेत्र में बिजली गिरने से 26 बकरियों की मौत हो गई। वहीं कई जगह फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।

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