देहरादून, जो पहले से ही स्कूली शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है, अब उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत करने जा रहा है। सरकार ने डाकपत्थर क्षेत्र में 900 बीघा जमीन पर एजुकेशन सिटी के निर्माण की महत्वाकांक्षी योजना तैयार की है। इस परियोजना को सफल बनाने के लिए एक कंसल्टेंट एजेंसी नियुक्त की गई है, जो देश के प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों को इस नए शैक्षिक केंद्र में लाने के लिए प्रयासरत है। प्रदेश सरकार ने डाकपत्थर में इस शिक्षा नगरी की स्थापना का निर्णय लिया है, जिसका उद्देश्य इसे राष्ट्रीय स्तर के प्रमुख संस्थानों का केंद्र बनाना है। हाल ही में आयोजित इन्वेस्टर समिट के दौरान, शिक्षा क्षेत्र से जुड़े कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिससे इस योजना को मजबूती मिलेगी। इस योजना के तहत, शैक्षणिक संस्थानों को सेवा क्षेत्र की नीति के अंतर्गत सब्सिडी प्रदान की जाएगी, ताकि अधिक से अधिक प्रतिष्ठित संस्थान इस शिक्षा नगरी का हिस्सा बन सकें। हालांकि, भूमि बैंक की समस्या अभी भी एक चुनौती बनी हुई है, लेकिन सरकार इसके समाधान के लिए विभिन्न विभागों की जमीनों की पहचान कर रही है।इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत, एक प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थान की शाखा को डाकपत्थर में स्थापित करने की सहमति पहले ही बन चुकी है। यह संस्थान देशभर के छात्रों को बड़े प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने में मदद करेगा। इससे उत्तराखंड के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए बाहरी राज्यों में पलायन नहीं करना पड़ेगा।सरकार की इस पहल से देहरादून न केवल भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उच्च शिक्षा के एक प्रमुख केंद्र के रूप में उभरेगा, जिससे राज्य के विकास को नई दिशा मिलेगी।
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