उत्तराखंड के रामनगर में एक हृदयविदारक घटना घटी जब एक 12 वर्षीय बालक अपने पिता की आंखों के सामने कोसी नदी के तेज बहाव में बह गया। पिता और अन्य स्वजन की पूरी कोशिशों के बावजूद बच्चे को बचाया नहीं जा सका। चार घंटे की लंबी तलाशी अभियान के बाद बच्चे का शव नदी में एक किलोमीटर दूर चैनपुरी क्षेत्र के पास मिला। इस घटना से परिवार और स्थानीय लोग सदमे में हैं, और पूरे गांव में शोक की लहर है। घटना रामनगर के नई बस्ती पूछड़ी गांव की है, जहां मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के थैलीसैंण ब्लॉक, पट्टी चौथाण निवासी गोविंद सिंह अपने परिवार के साथ रहते थे। गोविंद, जो दिहाड़ी मजदूर हैं, कुछ समय पहले ही रामनगर आए थे और किराए के मकान में रहते थे। रविवार की शाम, जब मौसम उमस भरा था, गोविंद के बच्चों ने नदी में नहाने की जिद की। इसके बाद गोविंद अपने 12 वर्षीय पुत्र धीरज, नीरज बिष्ट और अपनी बेटी के साथ कोसी नदी पहुंचे। नहाने के दौरान धीरज अचानक गहरे पानी में चला गया और तेज बहाव में बहने लगा। पिता गोविंद ने शोर मचाकर मदद की गुहार लगाई, लेकिन जब तक लोग मौके पर पहुंचे, तब तक धीरज बह चुका था। घटना की सूचना मिलते ही कोतवाल अरुण सैनी, एसएसआई मनोज नयाल और फायर ब्रिगेड की टीम तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को भी तलाशी अभियान में मदद के लिए बुलाया। लगभग चार घंटे की खोजबीन के बाद धीरज का शव चैनपुरी की ओर एक किलोमीटर दूर बरामद हुआ। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। रामनगर के कोतवाल अरुण सैनी ने बताया कि सोमवार को शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा। इस दुखद घटना से परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं और पूरे गांव में शोक का माहौल है।
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