उत्तराखंड में संसदीय कार्य और वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के हाल ही में दिए गए विवादित बयान ने प्रदेश की राजनीति में उथल-पुथल मचा दी है। बयान पर मचे बवाल के बाद मंत्री ने खेद प्रकट किया, लेकिन इसके बावजूद लोगों का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। उनके बयान के विरोध में राजनीतिक दलों और संगठनों ने जगह-जगह प्रदर्शन तेज कर दिए हैं

मंत्री के आवास के बाहर प्रदर्शन, महिला के साथ हाथापाई

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बयान से आहत प्रदर्शनकारी उनके ऋषिकेश स्थित निजी आवास की ओर कूच कर रहे थे, तभी प्रदर्शन के दौरान एक अप्रत्याशित घटना सामने आई। विरोध प्रदर्शन में शामिल कुछ महिलाओं ने एक अन्य महिला के साथ हाथापाई कर दी, जब उसने मंत्री की तस्वीर पर कालिख पोतने का विरोध किया।

महिला का बयान: जातिवाद और क्षेत्रवाद को मुद्दा बनाना गलत

मारपीट का शिकार हुई महिला का कहना है कि वह जातिवाद और क्षेत्रवाद को राजनीतिक हथियार बनाए जाने के खिलाफ थी। जब उसने इस मुद्दे पर अपनी राय रखी, तो प्रदर्शनकारी भड़क गए और उसके साथ मारपीट शुरू कर दी। इस दौरान कुछ अन्य महिलाओं ने एक और महिला को पकड़ लिया, जो मौके पर मौजूद थी लेकिन घटना से उसका कोई लेना-देना नहीं था।

वीडियो वायरल, पुलिस जांच में जुटी

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिससे मामले ने और ज्यादा तूल पकड़ लिया है। मौके पर पुलिस टीम ने पहुंचकर स्थिति को संभाला और झगड़े को शांत कराया। ऋषिकेश के वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनोद कुमार ने बताया कि पीड़ित महिला ने कोतवाली में मारपीट की शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।

मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने जताया खेद, लेकिन बवाल जारी

गौरतलब है कि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने अपने विवादित बयान पर सफाई देते हुए खेद प्रकट किया था। लेकिन प्रदेश की जनता और विपक्षी दलों में इसका प्रभाव अब भी बना हुआ है। कई संगठनों ने उनके बयान को आपत्तिजनक बताते हुए विरोध प्रदर्शन जारी रखने की बात कही है। इस बीच, पुलिस प्रशासन कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सतर्क है और मामले की निष्पक्ष जांच करने का आश्वासन दिया है।

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