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हल्द्वानी। राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी के छात्रावासों में अब अनुशासनहीनता पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए नए और सख्त नियम लागू कर दिए गए हैं। कॉलेज प्रशासन ने बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर यह निर्णय लिया है कि छात्र और छात्राएं अब एक-दूसरे के हॉस्टल में नहीं जा सकेंगे। इस नियम के उल्लंघन पर उन्हें सीधे छात्रावास से निष्कासित करने की कार्यवाही की जाएगी। इस कड़े फैसले का मुख्य उद्देश्य छात्रावासों में बढ़ते अनुशासनहीनता के मामलों पर लगाम लगाना और अनुशासन की नई मिसाल कायम करना है।

छात्रों के लिए कठोर नियम, सीधे निष्कासन की चेतावनी

छात्रावास अधीक्षक डॉ. राम गोपाल नौटियाल ने बताया कि कॉलेज प्रशासन को लंबे समय से शिकायतें मिल रही थीं कि छात्र-छात्राएं एक-दूसरे के हॉस्टल में प्रवेश कर रहे हैं, जिससे अनुशासन भंग हो रहा है। इन शिकायतों के आधार पर अब यह कड़ा कदम उठाया गया है। अगर अब किसी भी छात्र या छात्रा को दूसरे हॉस्टल में जाते हुए पकड़ा गया तो उन्हें बिना किसी चेतावनी के सीधे हॉस्टल से निष्कासित कर दिया जाएगा। इसके अलावा, हॉस्टल के गेट पर सुरक्षा के लिए सिंगल गेट सिस्टम लागू किया जा रहा है। इस प्रणाली के तहत हॉस्टल के प्रवेश द्वार पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी ताकि आने-जाने वाले सभी लोगों पर नजर रखी जा सके। गार्ड्स के लिए गार्ड रूम और बाथरूम की विशेष व्यवस्था की जा रही है ताकि वे अपने अधिकतम समय वहीं बिता सकें और सतर्क रह सकें।

विवाहित छात्रों के लिए नए नियम, हॉस्टल में रहने की अनुमति नहीं

कॉलेज परिसर में कई छात्र-छात्राएं, जो इंटर्नशिप कर रहे हैं या पीजी कोर्स कर रहे हैं, विवाहित हैं। अब तक कॉलेज परिसर में विवाहित दंपतियों के लिए अलग से हॉस्टल की सुविधा उपलब्ध नहीं थी। नए नियमों के तहत, अब विवाहित छात्र और छात्राएं एक ही हॉस्टल में नहीं रह सकेंगे। ऐसे छात्रों को छात्रावास के बाहर अपने रहने की व्यवस्था करनी होगी। कॉलेज प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जब तक वैवाहिक दंपतियों के लिए अलग से कोई सुविधा नहीं दी जाती, उन्हें कैंपस के बाहर ही रहना होगा।

छात्रावासों की दशा में सुधार: सफाई, मरम्मत और सुविधाएं बेहतर

छात्रावासों में अनुशासन सुधार के साथ-साथ कॉलेज प्रशासन ने छात्रावासों की दशा में भी सुधार के लिए बड़े कदम उठाए हैं। सभी हॉस्टल की सफाई व्यवस्था को दुरुस्त किया जा रहा है। जहां-जहां लीकेज की समस्या थी, उसे ठीक कर दिया गया है। छात्रावास के कमरों में एयर कंडीशनिंग और मार्बल की फ्लोरिंग भी करवाई जा रही है ताकि छात्रों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें। साथ ही मेस में ताजे और साफ-सुथरे भोजन की आपूर्ति को सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए हैं, जिससे छात्रों के स्वास्थ्य का ध्यान रखा जा सके।

कर्मचारी द्वारा अभद्रता पर कड़ी कार्रवाई, दूसरे विभाग में स्थानांतरण

कॉलेज प्रशासन ने छात्रावास में कार्यरत एक कर्मचारी, जिसने छात्रावास अधीक्षक के साथ अभद्रता की थी, के खिलाफ भी कार्रवाई की है। इस कर्मचारी पर आरोप था कि वह अक्सर ड्यूटी से अनुपस्थित रहता था और जब अधीक्षक ने इस पर सवाल उठाया, तो उसने फोन पर अभद्र भाषा का प्रयोग किया। छात्रावास अधीक्षक प्रो. राम गोपाल नौटियाल ने इस मामले को प्राचार्य के समक्ष उठाया था और कर्मचारी को तुरंत सेवामुक्त करने की अनुशंसा की थी। हालांकि, कॉलेज प्रशासन ने कर्मचारी को सेवामुक्त नहीं किया, लेकिन उसे दूसरे विभाग में स्थानांतरित कर दिया है ताकि हॉस्टल के संचालन में किसी प्रकार की समस्या न हो

छात्रों को दी जा रही चेतावनी, सख्त निगरानी जारी

छात्रावासों में अब कड़ी निगरानी की जाएगी और किसी भी प्रकार की अनुशासनहीनता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। छात्रों को पहले ही चेतावनी दी जा चुकी है कि यदि वे नए नियमों का पालन नहीं करेंगे तो उन्हें छात्रावास से निष्कासित कर दिया जाएगा। डॉ. नौटियाल ने कहा है कि यह कदम छात्रों के हित और उनके सुरक्षित एवं अनुशासित रहने के लिए उठाया गया है। छात्रों को अनुशासन में रखने और उन्हें बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के प्रयासों के तहत प्रशासन द्वारा किए गए ये बदलाव कॉलेज परिसर में एक स्वस्थ और अनुशासित माहौल बनाए रखने में मदद करेंगे।

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