Uttarakhand landslide : उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन हो गया है. इसमें से एक भूस्खलन रुद्रप्रयाग जिले के गौरीकुंड में हुआ, जिसमें 19 लोगों की लापता होने की सूचना है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम पहुंचे और प्रदेशभर बारिश से हुए नुकसान के साथ ही उन्होंने गौरीकुंड भूस्खलन की घटना अपडेट लिया. उन्होंने अधिकारियों त्वारित कार्रवाई करने और अलर्ट रहने के निर्देश दिए.
भूस्खलन के कारण गौरीकुंड में कई दुकानें और घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. मौके पर रेस्क्यू के लिए टीम पहुंची है और लापता लोगों की तलाश जारी है. मुख्यमंत्री ने कहा कि गौरीकुंड में चल रहे राहत बचाव कार्य में तीव्र गति लाने के निर्देश दिए. साथ ही शासन स्तर से गौरीकुंड क्षेत्र में हर संभव मदद पहुंचाने के निर्देश दिए.
मुख्यमंत्री ने प्रदेश की प्रमुख नदियों के जलस्तर की भी जानकारी ली. उन्होंने कहा जिन भी क्षेत्र में जल स्तर बढ़ जाने से बाढ़ की समस्या आ रही है, उन सभी स्थानों पर अलर्ट जारी किया जाए, एवं सभी लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए. उन्होंने भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील इलाकों के आसपास बनी इमारत एवं कच्चे मकानों में रह रहे लोगों को भी सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए जाने के लिए कहा.
सीएम धामी ने कहा कि गौरीकुंड में हुए हादसे के बाद लगातार राहत बचाव कार्य जारी है. लापता लोगों को ढूंढने हेतु सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है. हादसे में मृतक एवं लापता लोगों के परिजनों से भी संपर्क किया जा रहा है. एसडीआरएफ जिला प्रशासन सभी टीमें मौके पर मौजूद हैं. किसी भी स्थिति से निपटने के लिए शासन प्रशासन पूरी तरह तैयार है.
बारिश बनी रेस्क्यू में चुनौती बारिश के कारण चट्टान टूटने की सूचना देर रात मिली थी, जिसके बाद एसडीआरएफ सहित जिला प्रशासन की टीम मौके पर रेस्क्यू के लिए पहुंची थी, लेकिन रात को रेस्क्यू करने में आ रही दिक्कतों के कारण अभियान को रोकना पड़ा. इसके बाद सुबह फिर रेस्क्यू शुरू किया गया, लेकिन लगातार बारिश चुनौती बनी हुई है.
पहले 8 से 10 लोगों के आने के लापता होने की सूचना आ रही थी, अब यह संख्या बढ़ गई है. उत्तराखंड में पहाड़ से लेकर मैदान तक भारी बारिश का सिलसिला जारी है. मौसम विभाग ने देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत, ऊधमसिंह नगर, चमोली और बागेश्वर जिले के लिए भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है.