Global Investor Summit 2023 Uttarakhand: एफआरआई परिसर की सूरत निवेशक सम्मेलन के लिए बदली हुई है। चकराता रोड के मुख्य गेट को निवेशक सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के लिए सजाया गया है।
देहरादून में निवेशक सम्मेलन के लिए एतिहासिक वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) परिसर में सरकार ने एक छोटा शहर बसा दिया है। इसे चार जोन में बांटा गया है, जिसमें हर जोन में एक ही समय पर अलग-अलग गतिविधियां चलेंगी। परिसर में बिना पास प्रवेश नहीं मिलेगा। इसके लिए एंट्री गेट पर ही व्यवस्था की गई है। बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिनभर यहां सभी गतिविधियों का निरीक्षण किया।एफआरआई परिसर की सूरत निवेशक सम्मेलन के लिए बदली हुई है। चकराता रोड के मुख्य गेट को निवेशक सम्मेलन में आने वाले अतिथियों के लिए सजाया गया है। भीतर प्रवेश करते ही सड़क के दोनों ओर निवेशक सम्मेलन से संबंधित तस्वीरें, पोस्टर व फ्लेक्स लगाए गए हैं। एफआरआई की मुख्य इमारत के ठीक सामने के मैदान को एक छोटे शहर की शक्ल दे दी गई है। चार जोन में बंटे इस शहर में अलग-अलग गतिविधियां होंगी। जोन-ए में मुख्य पंडाल बनाया गया है, जिसमें 5000 से अधिक लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई है। उद्योगपतियों के लिए सोफे लगाए गए हैं। उनसे करीब 50 मीटर की दूरी पर एक बड़ा स्टेज बनाया गया है, जिस पर शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निवेशक सम्मेलन का आगाज करेंगे। जोन-ए में एक कंट्रोल रूम भी बनाया गया है, जहां से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
जोन-बी में सबसे आगे पंजीकरण के बड़े काउंटर बनाए गए हैं। यहीं डाइनिंग हॉल बनाया गया है, जिसमें बड़ी संख्या में लोगों के भोजन की व्यवस्था की गई है। जोन-सी में डायमंड लांज, मीटिंग एरिया, सीएम मीटिंग लांज, मीडिया जांच के साथ ही सत्र के संचालन के लिए हॉल बनाया गया है। जोन-सी व डी के बीच दो डाइनिंग हॉल बनाए गए हैं। जोन-डी में एग्जीबिशन एरिया, थीम पवेलियन और प्लेटिनम लांज व डाइनिंग हॉल बनाया गया है। सभी को जोन के हिसाब से ही गतिविधियों में हिस्सा लेना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बृहस्पतिवार को दिनभर एफआरआई में रहे। उन्होंने मुख्य हॉल में कार्यक्रम की तैयारियों के साथ ही सभी जोन में जाकर निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि मेहमानों के लिए पूरी तैयारी की गई है। किसी को कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी।प्रदेश के मेगा इवेंट के लिए सरकार ने प्रदेशभर के आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, पीसीएस, पीपीएस अफसरों की ड्यूटी लगाई है। सभी को अलग-अलग जिम्मेदारियां दी गई हैं। बृहस्पतिवार को कई जिलों के डीएम, एसएसपी, एसडीएम से लेकर सीओ स्तर तक के अधिकारी यहां तैनात नजर आए।