देहरादून: उत्तराखंड निकाय चुनाव के दौरान देहरादून के इंद्रानगर वार्ड 41 में मतपेटी लूटने का मामला सामने आया है। मतदान केंद्र के बाहर जमकर हंगामा हुआ, लेकिन समय रहते मतपेटी को बचा लिया गया। इस घटना के बाद कांग्रेस प्रत्याशी पायल अरोड़ा और निर्दलीय प्रत्याशी रीमा ने वसंत विहार थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस को इस संबंध में वीडियो भी सौंपे गए हैं, जिनमें निर्दलीय प्रत्याशी आशा भाटी और उनकी बेटी मतपेटी ले जाते हुए नजर आ रही हैं। हालांकि, दैनिक जागरण इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।
सामुदायिक भवन में चल रही थी वोटिंग
इंदिरानगर स्थित शास्त्री नगर खाला के सामुदायिक भवन में मतदान प्रक्रिया दिनभर सामान्य रूप से चल रही थी। भाजपा, कांग्रेस और अन्य दलों के प्रत्याशी मतदान केंद्र पर मौजूद थे। शाम 5 बजे के बाद भी मतदान केंद्र के भीतर मतदाताओं की भीड़ देखी गई। मतदान रात 10 बजे तक जारी रहा।
मतदान के बाद बढ़ा तनाव
मतदान समाप्त होने के बाद पोलिंग पार्टियों ने मतपेटियों को स्ट्रांग रूम तक पहुंचाने की तैयारी शुरू की। जैसे ही मतपेटियां वाहनों में रखी जाने लगीं, कुछ प्रत्याशियों के समर्थक वहां इकट्ठा हो गए और पोलिंग पार्टियों को घेर लिया। इस दौरान समर्थकों के बीच तीखी बहस और धक्का-मुक्की की नौबत आ गई।
वीडियो में निर्दलीय प्रत्याशी मतपेटी ले जाते दिखीं
घटना का एक वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें निर्दलीय प्रत्याशी आशा भाटी और उनकी बेटी को मतपेटी ले जाते हुए देखा जा सकता है। इस पर आशा भाटी के पति ओमेंद्र भाटी ने सफाई दी कि यह विवाद भाजपा और कांग्रेस के आपसी टकराव का परिणाम है और उनकी ओर से कोई संलिप्तता नहीं है।
पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा
भाजपा के महानगर उपाध्यक्ष राजेंद्र ढिल्लों ने आरोप लगाया कि मतदान के बाद निर्दलीय प्रत्याशी आशा भाटी और उनके समर्थकों ने मतपेटी लूटने की कोशिश की। इस घटना की शिकायत पुलिस से की गई। वसंत विहार थाना पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जांच में जुटी पुलिस
एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि मतदान केंद्र के आसपास संदिग्ध गतिविधियों की भी जांच की जा रही है।
सेक्टर मजिस्ट्रेट ने दिए साक्ष्य
सेक्टर मजिस्ट्रेट अनुराग भंडारी ने बताया कि निर्वाचन टीम जब मतपेटियां ले जा रही थी, उस समय असामाजिक तत्वों ने व्यवधान उत्पन्न किया। इस घटना की तहरीर पुलिस को दी गई है और घटना से संबंधित साक्ष्य भी सौंपे गए हैं।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।