विधानसभा में तीखी बहस, कांग्रेस और मंत्री आमने-सामने उत्तराखंड विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन से ही कांग्रेस विधायक मदन बिष्ट और संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के बीच जारी तनातनी शुक्रवार को एक बार फिर सदन में सतह पर आ गई। इस दौरान कांग्रेस विधायकों से बातचीत में विधायक बिष्ट की कथित क्षेत्रवाद संबंधी टिप्पणी पर मंत्री अग्रवाल ने कड़ा विरोध जताया, जिससे सदन का माहौल गरमा गया।
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने इस घटनाक्रम पर सख्त नाराजगी जताते हुए कहा कि सदन की कार्यवाही को पूरा देश देखता है। उन्होंने इस तरह की बयानबाजी को लोकतंत्र के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताया। अध्यक्ष ने निर्देश दिए कि मंत्री और विपक्षी विधायकों के बीच हुई बहस को कार्यवाही से हटाया जाए।
सड़क पर उतरा विरोध, राज्यभर में प्रदर्शन और पुतला दहन इस विवाद के बाद राज्यभर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए। शनिवार को विभिन्न संगठनों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कई स्थानों पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के खिलाफ प्रदर्शन किए और उनका पुतला दहन किया।
- देहरादून: महानगर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एश्लेहाल के समक्ष सरकार का पुतला दहन कर विरोध दर्ज कराया।
- ऋषिकेश: उत्तराखंड स्वाभिमान मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने मंत्री के खिलाफ रैली निकाली, जो बैराज रोड स्थित उनके कैंप कार्यालय तक पहुंची। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को रोका, लेकिन कुछ लोगों ने बैरिकेडिंग पर चढ़ने की कोशिश की। इसके बाद मंत्री के खिलाफ जोरदार नारेबाजी और पुतला दहन हुआ।
- श्रीनगर गढ़वाल: कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर मंत्री के इस्तीफे की मांग उठाई। प्रदेश प्रवक्ता प्रताप भंडारी ने चेतावनी दी कि यदि मंत्री श्रीनगर आए तो उन्हें जूतों की माला पहनाई जाएगी।
शून्यकाल के दौरान बढ़ा विवाद, मंत्री पर टिप्पणी को लेकर हंगामा शुक्रवार को सदन में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस विधायक मनोज तिवारी की कार्यस्थगन सूचना का जवाब देते हुए संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और विधायक मदन बिष्ट के बीच फिर तीखी नोकझोंक हो गई। बिष्ट ने साथी विधायकों से बातचीत में कथित तौर पर क्षेत्रवाद पर टिप्पणी की, जिस पर मंत्री अग्रवाल ने आपत्ति जताई। सदन में इस मुद्दे पर काफी देर तक हंगामा जारी रहा।
विधायक बिष्ट का आरोप, मंत्री ने की अपमानजनक टिप्पणी बिष्ट ने सदन से बाहर आकर मीडिया से बातचीत में कहा कि मंत्री को शालीनता से जवाब देना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री ने उन्हें शराब पीकर सदन में आने की टिप्पणी कर अपमानित किया। विधायक ने कहा कि वह मंत्री को मानहानि का नोटिस भेजेंगे।
मंत्री अग्रवाल की सफाई, कहा- बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा बढ़ते विवाद के बीच संसदीय कार्यमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने शाम को सदन में सफाई देते हुए कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सबका है और वह खुद राज्य आंदोलन में सक्रिय रहे हैं। मंत्री ने इस आरोप को भी नकारा कि उन्होंने किसी विधायक के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की।
विधानसभा अध्यक्ष की चेतावनी, सदन में मर्यादा बनाए रखने की अपील विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने चेतावनी देते हुए कहा कि सदन में भाषा और व्यवहार की मर्यादा बनाए रखना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि हमारे शब्द और कार्यशैली को पूरी दुनिया देखती है, इसलिए सदन में अनुशासन बनाए रखना जरूरी है।
निष्कर्ष: उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र इस बार राजनीतिक विवादों और विरोध प्रदर्शनों के कारण सुर्खियों में है। एक ओर सदन के भीतर गरमागरम बहस हो रही है, तो दूसरी ओर राज्यभर में सड़कों पर प्रदर्शन और पुतला दहन जारी है। अब देखना यह होगा कि इस राजनीतिक विवाद का समाधान कैसे निकलता है और सरकार तथा विपक्ष किस तरह से अपनी स्थिति को संभालते हैं।
यह भी पढें- उत्तराखंड बजट सत्र: 60 दिनों में होगी 1500 वार्ड बॉयज की भर्ती, विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी भी होगी पूरी