समान नागरिक संहिता (UCC) को लेकर लोगों के मन में कई सवाल और भ्रम बने हुए हैं। इसे दूर करने के लिए राज्य सरकार ने जागरूकता अभियान तेज कर दिया है। अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे विभिन्न स्थानों पर जाकर लोगों को UCC से जुड़ी जानकारी दें, उनके सवालों का जवाब दें और शंकाओं का समाधान करें।

जनजातीय समुदाय को मिलेगी लिव-इन रजिस्ट्रेशन में छूट

UCC में सबसे ज्यादा चर्चा लिव-इन रिलेशनशिप को लेकर हो रही है। इस संहिता के तहत जनजातीय समुदाय को विशेष छूट दी गई है। यानी, यदि कोई जोड़ा जनजातीय समुदाय से आता है और बिना शादी के साथ रह रहा है, तो उनके लिए लिव-इन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य नहीं होगा।

जनजातीय समुदाय के लिए विशेष प्रावधान

UCC ड्राफ्ट कमेटी की सदस्य डॉ. सुरेखा डंगवाल के अनुसार, यदि किसी लिव-इन जोड़े में से एक व्यक्ति भी जनजातीय समुदाय से आता है, तो वे इस अनिवार्यता से मुक्त रहेंगे। हालांकि, यदि वे स्वेच्छा से रजिस्ट्रेशन कराना चाहें तो कर सकते हैं।

रजिस्ट्रेशन कराने की सलाह

डॉ. सुरेखा ने यह भी बताया कि यदि कोई व्यक्ति अपनी इच्छा से रजिस्ट्रेशन कराता है, तो यह उनके हित में होगा। रजिस्ट्रेशन के बाद कानूनी सुरक्षा बढ़ जाती है और गोपनीयता बनाए रखने के लिए भी पूरा सिस्टम तैयार किया गया है।

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