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हरिद्वार में आज सोमवती अमावस्या के पावन अवसर पर गंगा स्नान का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस शुभ दिन को सनातन धर्म में विशेष महत्व दिया गया है। कड़ाके की ठंड के बावजूद लाखों श्रद्धालु धर्मनगरी हरिद्वार पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य और मोक्ष की कामना की।

गंगा स्नान का महत्व और श्रद्धालुओं की भीड़

सोमवती अमावस्या के दिन गंगा में स्नान करना अश्वमेघ यज्ञ के समान फलदायी माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान करने से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं, मनोकामनाएं पूरी होती हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है। हरिद्वार के हर की पैड़ी पर आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी हुई है। पंडितों के अनुसार, इस दिन पितरों के निमित्त पूजा-अर्चना करने से जीवन में सुख और शांति का आगमन होता है।

पंडितों ने बताया सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व

पंडित मनोज त्रिपाठी ने बताया कि सोमवती अमावस्या का महत्व अन्य अमावस्या से अधिक है। उन्होंने कहा कि इस दिन पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध करने से उनकी आत्मा को शांति मिलती है। साथ ही, पीपल के वृक्ष की पूजा और उसकी 108 परिक्रमा करने से जीवन में आने वाली कठिनाइयां समाप्त हो जाती हैं। यह दिन व्यक्ति के पापों को नष्ट कर मोक्ष प्रदान करने वाला माना गया है।

हर की पैड़ी पर श्रद्धालुओं की आस्था

हरिद्वार पहुंचे श्रद्धालुओं ने कहा कि सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान करने से परिवार में सुख-समृद्धि आती है, मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और पितरों की आत्मा तृप्त होती है। श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त किया और अपने जीवन को सुखमय बनाने की कामना की।

सुरक्षा व्यवस्था और प्रशासन की तैयारी

श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं। मेला क्षेत्र को 14 जोन और 39 सेक्टर में बांटा गया है, जहां सुरक्षा कर्मियों की तैनाती की गई है। ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए विशेष योजना लागू की गई है ताकि श्रद्धालुओं को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।

पुण्यदायी और जीवनदायी पर्व

सोमवती अमावस्या पर गंगा स्नान का पुण्य अक्षय माना जाता है। हरिद्वार के ब्रह्मकुंड पर स्नान करने से व्यक्ति अपने जीवन के सभी पापों से मुक्त होकर मोक्ष की प्राप्ति करता है। श्रद्धालुओं ने इस पावन अवसर पर दान और पुण्य कार्य भी किए, जो जीवन में सुख-शांति लाने वाला है।

हरिद्वार में सोमवती अमावस्या का यह पर्व श्रद्धा, आस्था और पुण्य का संगम बनकर सभी के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित हो रहा है।

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