कांवड़ यात्रा के चलते 23 जुलाई से बंद किए गए देहरादून-मुजफ्फरनगर-मेरठ-गाजियाबाद-दिल्ली मार्ग पर शुक्रवार रात से आवागमन फिर से सुचारू हो जाएगा। इस दौरान प्रशासन ने मुजफ्फरनगर-मेरठ मार्ग पर भारी वाहनों का संचालन बंद कर दिया था, जिससे यात्रियों को 59 किमी लंबा और डेढ़ से दो घंटे अधिक समय लेने वाला वैकल्पिक मार्ग अपनाना पड़ा।यात्रियों को इस वैकल्पिक मार्ग के कारण यात्रा में अतिरिक्त समय और खर्च का सामना करना पड़ा। परिवर्तित मार्ग पर साधारण बस का किराया 430 रुपये, एसी जनरथ का 625 रुपये, और वाल्वो बस का 946 रुपये था, जबकि पुराने मार्ग पर यह क्रमशः 420, 562 और 945 रुपये था। शुक्रवार रात से मार्ग पर परिवहन पुनः शुरू होने के साथ ही किराया भी पूर्व की दरों पर वापस लाया जाएगा।इस दौरान कांवड़ यात्रियों की भीड़ के चलते दून से दिल्ली की ओर जाने वाली बसें और निजी वाहन सहारनपुर एक्सप्रेस-वे से होते हुए वाया यमुनानगर-करनाल-पानीपत होकर दिल्ली भेजे जा रहे थे।
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यह मार्ग 59 किमी लंबा होने से यात्रियों को सफर में अतिरिक्त समय देना पड़ रहा था। इसके साथ ही, हरिद्वार, ऋषिकेश, और रुड़की से दिल्ली जाने वाले मार्ग भी सामान्य हो जाएंगे। कांवड़ यात्रा के चलते परिवहन निगम की बसें और निजी वाहन वैकल्पिक मार्ग से संचालित हो रहे थे, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अब मार्ग पर यातायात पुनः सुचारू होने से यात्रियों को राहत मिलेगी और पूर्व की तरह किराये भी लागू होंगे।