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देशभर में महाकुंभ की पवित्र धूम मची हुई है। पौष पूर्णिमा के स्नान के साथ प्रयागराज में महाकुंभ मेले का शुभारंभ हो गया है। लाखों श्रद्धालु, देशी-विदेशी पर्यटक, और संतजन सुबह से ही गंगा नदी में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी सभी देशवासियों को महाकुंभ की शुभकामनाएं दी हैं।

सीएम धामी ने दी शुभकामनाएं
सीएम धामी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। मैं सभी भक्तों, तीर्थयात्रियों और संतों को हार्दिक बधाई देता हूं। सभी को इस पवित्र महाकुंभ में स्नान कर अपने पापों से मुक्ति प्राप्त करनी चाहिए। सूर्य के उत्तरायण में प्रवेश के साथ, मैं लोहड़ी, मकर संक्रांति, उत्तरायणी, पोंगल, बिहू जैसे त्योहार मनाने वाले सभी लोगों को भी शुभकामनाएं देता हूं।”

उत्तराखंड सरकार की विशेष तैयारियां
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उत्तराखंड सरकार ने विशेष इंतजाम किए हैं। प्रदेश के विभिन्न स्थानों से प्रयागराज तक सीधी रोडवेज बस सेवाएं उपलब्ध कराई गई हैं। इसके अलावा, प्रयागराज कुंभ क्षेत्र में उत्तराखंड को एक विशेष स्थान आवंटित किया गया है, जहां राज्य का भव्य पांडाल स्थापित किया गया है।
रेल और हवाई यात्रा के माध्यम से भी श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

महाकुंभ के प्रमुख स्नान पर्व
महाकुंभ के दौरान कई प्रमुख स्नान पर्वों का आयोजन होगा, जिनकी तिथियां निम्नलिखित हैं:

  • 13 जनवरी 2025: पौष पूर्णिमा
  • 14 जनवरी 2025: मकर संक्रांति (अमृत स्नान)
  • 29 जनवरी 2025: मौनी अमावस्या (अमृत स्नान)
  • 03 फरवरी 2025: बसंत पंचमी (अमृत स्नान)
  • 12 फरवरी 2025: माघी पूर्णिमा (अमृत स्नान)
  • 26 फरवरी 2025: महाशिवरात्रि

महाकुंभ 2025 आस्था, संस्कृति, और परंपरा का अद्भुत संगम है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे बड़ी संख्या में इस आयोजन में शामिल होकर पुण्य लाभ अर्जित करें।

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