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पिथौरागढ़ पुलिस और एसओजी टीम ने ड्रग फ्री देवभूमि अभियान के तहत एक बड़ी सफलता हासिल की है। मुखबिर की सूचना पर ऐंचोली-घाट मोटर मार्ग पर छापा मारकर 951 ग्राम चरस के साथ तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया। पकड़े गए तस्करों में सौरभ जोशी, संजीव कुमार पंत और प्रकाश सिंह बिष्ट शामिल हैं। तस्करी में इस्तेमाल की जा रही मोटरसाइकिल को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1.90 लाख की चरस बरामद

बरामद चरस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में लगभग 1,90,200 रुपये आंकी गई है। पुलिस ने तस्करों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया है। उत्तराखंड को 2025 तक नशामुक्त बनाने के लक्ष्य के तहत यह अभियान चलाया जा रहा है।

गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई

पुलिस और एसओजी (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) की संयुक्त टीम ने प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ललित मोहन जोशी और एसओजी प्रभारी मनोज पांडे के नेतृत्व में यह कार्रवाई की। गुप्त सूचना के आधार पर ऐंचोली-घाट मोटर मार्ग पर एक मोटरसाइकिल को रोका गया। चेकिंग के दौरान दो युवकों के पास से 442 ग्राम और 509 ग्राम चरस बरामद हुई।

मुख्य तस्कर का भी हुआ पर्दाफाश

गिरफ्तार किए गए युवकों ने पूछताछ में मुख्य मास्टरमाइंड प्रकाश सिंह बिष्ट का नाम उजागर किया। पुलिस ने उसे पिथौरागढ़ से गिरफ्तार किया। जांच में पता चला कि दोनों युवक प्रकाश से चरस लेकर बेचने जा रहे थे।

एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज

गिरफ्तार आरोपितों में 21 वर्षीय सौरभ जोशी (निवासी टकाना नियर स्टेडियम), 22 वर्षीय संजीव कुमार पंत (निवासी जगदंबा कॉलोनी), और प्रकाश सिंह बिष्ट (निवासी मेतली, बंगापानी) शामिल हैं। तीनों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/20/60 और धारा 29 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

टीम को मिली सराहना

इस कार्रवाई में एसआई कमलेश जोशी, मनोज जलाल, जितेंद्र सोराड़ी, एसओजी के मुख्य आरक्षी अशोक बुदियाल, आरक्षी सतेंद्र सुयाल, सोनू कार्की, छत्तर सिंह और अजय बोरा शामिल थे।


11 साल से फरार अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर गिरफ्तार

उत्तराखंड एसटीएफ ने 11 साल से फरार 50 हजार रुपये के इनामी अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर को गिरफ्तार कर लिया। यह तस्कर 2013 में काठगोदाम क्षेत्र से चरस तस्करी के मामले में पकड़ा गया था, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद फरार हो गया था।

नेपाल और बिहार में छिपकर बचता रहा

पुलिस से बचने के लिए आरोपित कई साल नेपाल में छिपा रहा और बाद में बिहार को अपना ठिकाना बना लिया। एसटीएफ के एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि डीजीपी दीपक सेठ के निर्देश पर वांछित अपराधियों की धरपकड़ अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। गिरफ्तार आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

उत्तराखंड पुलिस की इन कार्रवाइयों ने नशा तस्करों के खिलाफ सख्त संदेश दिया है।

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