रायपुर पुलिस ने एक गिरोह का पर्दाफाश किया है जो डिफेंस की शराब की तस्करी कर रहा था. गिरोह में तीन लोग शामिल हैं, जिनमें एक रिटायर्ड आर्मी जवान भी शामिल है. गिरोह ने चण्डीगढ़ से शराब लाकर देहरादून में बेच रही थी. शराब की बोतलों पर डिफेंस का फर्जी स्टीकर लगा हुआ था. पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है और 28 पेटी शराब बरामद की है. गिरोह के सदस्यों के खिलाफ आबकारी अधिनियम और धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज किया गया है.
गिरफ्तार लोगों की पहचान प्रवीण कुमार ठाकुर, अश्विनी कुमार और जितेन्द्र सिंह रावत के रूप में हुई है. प्रवीण कुमार ठाकुर और अश्विनी कुमार रायपुर के रहने वाले हैं, जबकि जितेन्द्र सिंह रावत बालावाला के रहने वाले हैं. प्रवीण कुमार ठाकुर पहले सीएसडी कैन्टीन में काम करता था. उसने वहां से डिफेंस के फर्जी स्टीकर चुराए थे. अश्विनी कुमार और जितेन्द्र सिंह रावत ने प्रवीण कुमार ठाकुर के साथ मिलकर शराब की तस्करी शुरू की थी.
गिरोह चण्डीगढ़ से शराब लाकर देहरादून में बेच रही थी. शराब की बोतलों पर डिफेंस का फर्जी स्टीकर लगा हुआ था. गिरोह ने शराब को रिटायर्ड आर्मी के जवानों और पहाड़ी क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को बेचा था. शराब की कीमत डिफेंस के स्टीकर के कारण अधिक थी.
पुलिस ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है और 28 पेटी शराब बरामद की है. गिरोह के सदस्यों के खिलाफ आबकारी अधिनियम और धोखाधड़ी के तहत मामला दर्ज किया गया है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे डिफेंस की शराब खरीदने से सावधान रहें. अगर आप डिफेंस की शराब खरीदते हैं, तो शराब की बोतल पर डिफेंस का स्टीकर चेक करें. अगर स्टीकर फर्जी है, तो आप पुलिस को शिकायत करें.