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ऋषिकेश: एम्स ऋषिकेश देश का पहला सरकारी अस्पताल बनने जा रहा है, जहां हेली एंबुलेंस सेवा उपलब्ध होगी। यह बहुप्रतीक्षित सेवा 29 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऑनलाइन उद्घाटन के साथ शुरू की जाएगी। इस नई सेवा से उत्तराखंड के दुर्गम क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को विशेष रूप से लाभ मिलेगा, जहां चिकित्सा सेवाओं की तुरंत आवश्यकता होती है और सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल होता है।

लंबे इंतजार के बाद सेवा की शुरुआत:

इस सेवा का इंतजार काफी समय से किया जा रहा था। 20 सितंबर 2022 को दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम में तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने हेली एंबुलेंस सेवा की घोषणा की थी। हालांकि, तकनीकी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं के कारण यह सेवा तुरंत शुरू नहीं हो सकी। लेकिन अब, केंद्र और राज्य सरकार के सहयोग से यह सेवा संचालित होगी और लोगों को त्वरित चिकित्सा सुविधाएं मिल सकेंगी।

हर माह 30 उड़ानें होंगी आवश्यक:

एम्स की हेली एंबुलेंस सेवा के तहत हर महीने कम से कम 30 उड़ानों की योजना बनाई गई है। इसका उद्देश्य यह है कि राज्य के दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों से गंभीर रूप से बीमार या घायल मरीजों को जल्दी से एम्स ऋषिकेश या अन्य बड़े अस्पतालों में पहुंचाया जा सके।

हेली एंबुलेंस की आवश्यकता

उत्तराखंड एक पहाड़ी राज्य है, जहां कई क्षेत्रों तक सड़क मार्ग से पहुंचना मुश्किल होता है। विशेष रूप से मानसून और बर्फबारी के मौसम में, कई जगहों पर आपातकालीन चिकित्सा सेवाएं समय पर नहीं पहुंच पाती हैं। हेली एंबुलेंस सेवा से इन क्षेत्रों के लोगों को राहत मिलेगी, और जीवनरक्षक सेवाओं को तुरंत उपलब्ध कराने में मदद मिलेगी।

आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस:

यह हेली एंबुलेंस अत्याधुनिक चिकित्सा सुविधाओं से लैस होगी, जिसमें मरीज की स्थिति को स्थिर करने और प्राथमिक चिकित्सा देने के उपकरण होंगे। इसके माध्यम से मरीजों को तुरंत बड़े अस्पतालों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी, जिससे आपातकालीन स्थिति में समय रहते उपचार किया जा सकेगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे उद्घाटन:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महत्वपूर्ण सेवा का वर्चुअल उद्घाटन करेंगे, जिससे न केवल उत्तराखंड बल्कि पूरे देश के लिए यह एक मिसाल बनेगा। इस सेवा से दूरदराज के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को त्वरित चिकित्सा सहायता मिल सकेगी और चिकित्सा के क्षेत्र में एक नई क्रांति का आगाज होगा।इस नए रूपांतरण के साथ आप लेख को बिना किसी कॉपीराइट की चिंता के उपयोग कर सकते हैं।

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