Demo

हल्द्वानी: उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अभिनव कुमार ने कहा है कि न केवल उत्तराखंड, बल्कि पूरे देश में मादक पदार्थों की तस्करी बिना मिलीभगत के संभव नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसी तस्कर से पुलिसकर्मी या अन्य लोग जुड़े हैं और इस संबंध में सबूत जुटाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी कठोर कार्रवाई की जाएगी। डीजीपी ने यह भी कहा कि राज्य को अपराधियों के लिए शरणस्थली नहीं बनने दिया जाएगा और प्रदेश में पुलिस अपराधियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है।

छोटे पेडलरों के साथ बड़े माफिया पर भी होगी कार्रवाई

डीजीपी ने बताया कि अब तक पुलिस छोटे पेडलरों को गिरफ्तार कर रही थी, जो पांच से पचास ग्राम तक मादक पदार्थों की सप्लाई में संलिप्त थे। अब इस कड़ी में बड़े माफियाओं को भी जेल भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि अपराधियों को यह समझ लेना चाहिए कि उत्तराखंड में अपराध करने पर वे बच नहीं पाएंगे। पुलिस पहले से ज्यादा स्मार्ट और सशक्त हो गई है, और हरिद्वार में हुए एनकाउंटर इस बात का संकेत हैं।

युवाओं में बढ़ती नशाखोरी पर चिंता, जागरूकता के लिए अभियान

नशे के बढ़ते प्रकोप पर चिंता जताते हुए डीजीपी ने बताया कि ड्रग्स का सेवन करने वालों में सबसे बड़ी संख्या युवाओं की है। इसके समाधान के लिए अभिभावकों और शिक्षकों की सहायता से युवाओं को जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभिभावक और शिक्षक ही सबसे पहले बच्चों की बदलती गतिविधियों को पहचान सकते हैं, इसलिए उनकी भूमिका महत्वपूर्ण है।

महिला अपराधों पर ध्यान, स्पेशल रूम की व्यवस्था

महिला अपराधों को रोकने के लिए डीजीपी ने बताया कि राज्य के प्रत्येक थाने में महिला डेस्क के अलावा अब एक विशेष कक्ष बनाया जाएगा, जहाँ पीड़ित महिलाएं निसंकोच अपनी बात रख सकेंगी। इसके पीछे उद्देश्य महिलाओं के मन से भय को कम करना है, ताकि वे खुलकर अपनी शिकायत दर्ज करा सकें। इसके साथ ही, वरिष्ठ डीआईजी की अध्यक्षता में एक समिति बनाई गई है, जो महिला अपराधों के बदलते ट्रेंड पर काम करेगी।

हल्द्वानी में यातायात समस्या पर होगा अध्ययन

हल्द्वानी में बढ़ते यातायात दबाव को लेकर डीजीपी ने कहा कि शहर में यातायात का अध्ययन कर बेहतर समाधान की योजना बनाई जाएगी। इसके तहत एसएसपी पीएन मीणा को जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही जिला प्रशासन के सहयोग से पार्किंग स्थल और अन्य यातायात सुधारों की योजना तैयार की जाएगी, जिससे नागरिकों को जाम की समस्या से निजात मिल सके।

यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्ती जारी रहेगी

डीजीपी ने यातायात नियमों पर हो रही सख्ती पर कहा कि राज्य में हर साल सड़क हादसों में सैकड़ों लोगों की मौत होती है, जो गंभीर चिंता का विषय है। हल्द्वानी में यातायात चेकिंग को लेकर लोगों की शिकायतें हैं, लेकिन डीजीपी ने स्पष्ट किया कि यदि किसी को चालान से परेशानी है तो वे नियमों में बदलाव कराने के लिए अपने जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर सकते हैं। हालांकि, यातायात के विरुद्ध सख्ती पूरे राज्य में जारी रहेगी।

आइटीआइ गैंग पर होगी कड़ी कार्रवाई

हल्द्वानी में आइटीआइ गैंग के मुद्दे पर डीजीपी ने कहा कि यह शर्म की बात है कि बच्चों के माता-पिता अपने बच्चों पर ध्यान नहीं दे रहे और उन्हें वाहन उपलब्ध करा रहे हैं। पुलिस इस गैंग पर कड़ी कार्रवाई करेगी, लेकिन इसके लिए शर्त यह है कि अभिभावक या नेता बचाव में न आएं। पुलिस अब अपने तरीके से इन गैंग को सुधारने का काम करेगी।

शहर का माहौल नहीं बिगड़ने देंगे

हल्द्वानी में हुए दंगों का संदर्भ देते हुए डीजीपी ने कहा कि इस घटना से शहर की छवि को धक्का पहुंचा है। अब पुलिस एक्शन के मूड में है और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होने दी जाएगी।

यह भी पढें- उत्तराखंड के कॉलेज में दो छात्राओं के बीच मारपीट, कैंपस बना WWE रिंग

Share.
Leave A Reply