हरिद्वार: प्रयागराज कुंभ मेला 2025 के दौरान तस्करी के लिए तैयार की गई चार किलो से अधिक चरस के साथ हरिद्वार पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। बरामद चरस की कीमत आठ लाख रुपये से अधिक बताई जा रही है। पूछताछ के दौरान हरिद्वार और प्रयागराज के कई अन्य तस्करों के नाम सामने आए हैं। पुलिस ने मुख्य आरोपित को जेल भेजने के बाद अन्य आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान के तहत कार्रवाई
हरिद्वार के एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि नशे के सौदागरों पर शिकंजा कसने के लिए “ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान” के तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है। इसी क्रम में सिडकुल क्षेत्र में चरस तस्करी की सूचना पर एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) के प्रभारी निरीक्षक विजय सिंह के नेतृत्व में एक टीम ने जाल बिछाया।
सोमवार देर रात औद्योगिक क्षेत्र के पास स्थित रावली महदूद टीन मार्केट में छापा मारकर पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति को हिरासत में लिया। तलाशी के दौरान उसके पास से 4.164 किलोग्राम चरस बरामद हुई। पकड़े गए व्यक्ति की पहचान डिंपल कुमार पाल (निवासी मुल्की नगर, सिडकुल, हरिद्वार) के रूप में हुई।
कुंभ मेले में चरस बेचने की थी योजना
पुलिस पूछताछ में पता चला कि डिंपल चरस की इस खेप को लेकर प्रयागराज कुंभ मेले में बेचने के लिए जाने वाला था। तस्करी की इस योजना के तहत मेले में इसे धंधेबाजों तक पहुंचाना था। एसएसपी डोबाल ने बताया कि बरामद चरस की बाजार में कीमत आठ लाख रुपये से अधिक है। पूछताछ के दौरान हरिद्वार और प्रयागराज के कई अन्य तस्करों के नाम सामने आए हैं, जिनकी धरपकड़ के लिए कार्रवाई तेज कर दी गई है।
आर्थिक तंगी से बना तस्कर
एसपी सिटी पंकज गैरोला ने जानकारी दी कि आरोपित डिंपल कुमार केवल नौंवी कक्षा तक पढ़ा है। आर्थिक तंगी और अधिक कमाई के लालच में उसने नशा तस्करी के धंधे में कदम रखा।
टीम को मिला सम्मान
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने इस सफलता के लिए एएनटीएफ के निरीक्षक विजय सिंह और उप निरीक्षक रंजीत तोमर सहित पूरी पुलिस टीम की सराहना की। इस ऑपरेशन में सिडकुल थाने की उपनिरीक्षक मनीषा नेगी, कांस्टेबल अजय राज, कुलदीप डिमरी और एएनटीएफ के हेड कांस्टेबल राजवर्धन, मुकेश कुमार व सत्येंद्र चौधरी शामिल थे।
पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले से जुड़े अन्य तस्करों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। कुंभ मेले जैसे बड़े आयोजन में नशे के सौदागरों पर नजर रखने के लिए पुलिस द्वारा सख्त सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है।
यह भी पढें- Uttarakhand:घायलों को तुरंत इलाज के लिए बनेगा ट्रॉमा नेटवर्क, अस्पतालों की मैपिंग और एप की तैयारी तेज