पौड़ी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई में 92 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का खुलासा करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस फर्जीवाड़े का संचालन राज्यभर में फर्जी को-ऑपरेटिव सोसायटी और कंपनियों के नाम पर किया जा रहा था। पौड़ी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) लोकेश्वर सिंह ने इस मामले का खुलासा किया और बताया कि आरोपियों ने निवेश के नाम पर लोगों से भारी धनराशि ठगी। मामला तब प्रकाश में आया जब कोटद्वार की एक महिला ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई।
मामले की जांच में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। पुलिस के अनुसार, ये आरोपी “द लोनी अर्बन मल्टी स्टेट क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसायटी” (LUCCTS) के नाम से फर्जी सोसायटी चलाकर लोगों को झांसा दे रहे थे। इस फर्जीवाड़े के तहत कंपनी ने प्रदेश के विभिन्न जिलों—पौड़ी, कोटद्वार, दुगड्डा, सतपुली, श्रीनगर, देहरादून, रुद्रप्रयाग, चमोली और उत्तरकाशी—में कुल 35 शाखाएं स्थापित कर रखी थीं। पुलिस ने बताया कि कंपनी पर फिलहाल 92 करोड़ रुपये की देनदारी है।
जांच में यह भी सामने आया कि इस फर्जी कंपनी का मुख्य संचालक पहले लखनऊ में रहता था, लेकिन धोखाधड़ी का पर्दाफाश होते ही वह दुबई फरार हो गया।
पुलिस ने कंपनी के राज्य प्रमुख समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ धोखाधड़ी और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस अब फरार मुख्य आरोपी की तलाश के लिए इंटरपोल और अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों से सहयोग लेने की योजना बना रही है।