उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में धारचूला-तवाघाट राष्ट्रीय राजमार्ग पर भयानक भूस्खलन हुआ है, जिससे इलाके में अफरा-तफरी मच गई। इस घटना में भारी मात्रा में मलबा सड़कों पर गिर गया, जिससे यातायात पूरी तरह से बाधित हो गया। भूस्खलन इतना जबरदस्त था कि चारों ओर धूल का घना गुबार फैल गया और स्थानीय लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
जानकारी के अनुसार, हाईवे निर्माण कार्य में लगी हिलवेज कंपनी द्वारा चट्टानों को तोड़ने के लिए बारूदी विस्फोट किया गया था। यह विस्फोट इतना तीव्र था कि पूरी चट्टान दरक गई और बड़े पैमाने पर भूस्खलन हो गया। इस हादसे में कई वाहन मलबे में फंस गए हैं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय प्रशासन और राहत दल मौके पर पहुंच चुके हैं और बचाव कार्य जारी है। हालांकि, मलबा हटाने और यातायात बहाल करने में अभी समय लग सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि निर्माण कार्य में सुरक्षा मानकों की अनदेखी इस हादसे का मुख्य कारण हो सकती है।
लोगों से अपील की गई है कि वे इस मार्ग पर यात्रा करने से बचें और सुरक्षित स्थानों पर रहें। इस घटना ने पहाड़ी इलाकों में निर्माण कार्यों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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