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मुनस्यारी विकासखंड के धामीगांव स्थित राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) में शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। विद्यालय में सिर्फ तीन सहायक अध्यापक 11 कक्षाओं को पढ़ा रहे हैं। इन अध्यापकों पर सभी विषयों, जैसे हिंदी, विज्ञान आदि, को पढ़ाने की जिम्मेदारी है, जिससे छात्र और अभिभावक दोनों परेशान हैं।

पिथौरागढ़ जिले के सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है, जिसका उदाहरण जीआईसी धामीगांव है। यहां पर एक भी प्रवक्ता नहीं है, और पहले से रिक्त पदों के अलावा तैनात तीन प्रवक्ताओं को हाल ही में दूसरे स्कूल में समायोजित कर दिया गया है। इसका नतीजा यह हुआ कि अब विद्यालय प्रवक्ता विहीन हो गया है, और इंटरमीडिएट के छात्रों के लिए विषय विशेषज्ञ शिक्षक उपलब्ध नहीं हैं।

छह से बारहवीं तक की कक्षाओं के संचालन की जिम्मेदारी एलटी संवर्ग के तीन सहायक अध्यापकों के कंधों पर है, जिससे छात्रों की शिक्षा गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है। स्कूल में हिंदी, कला और गणित विषयों के शिक्षक भी नहीं हैं, जिसके चलते 100 से अधिक छात्रों के भविष्य को लेकर अभिभावकों में चिंता बढ़ गई है।अपने बच्चों की शिक्षा को लेकर चिंतित अभिभावकों ने जिला मुख्यालय जाकर मुख्य शिक्षा अधिकारी से मुलाकात की और स्कूल में शिक्षकों की तैनाती की मांग की। उनका कहना है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी के कारण छात्रों की संख्या घट रही है, और यदि जल्द ही शिक्षक नहीं मिले तो वे आंदोलन करेंगे।

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शिक्षा विभाग ने अतिथि शिक्षकों की तैनाती की प्रक्रिया शुरू कर दी है, जिससे शिक्षकों की कमी को पूरा करने की उम्मीद है। रिक्त पदों की सूचना भी निदेशालय को भेजी जा चुकी है।

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