हरिद्वार के ज्वालापुर क्षेत्र की श्यामनगर कॉलोनी में गौवंश का कटा हुआ सिर मिलने से क्षेत्र में भारी तनाव फैल गया। इस घटना के बाद देवभूमि भैरव सेना संगठन के कार्यकर्ताओं ने कड़ा विरोध दर्ज कराया और दुर्गा चौक पर धरना देकर कार्रवाई की मांग की। पुलिस प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच शुरू कर दी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। पुलिस के आश्वासन के बाद प्रदर्शनकारियों ने गौवंश के सिर को उचित स्थान पर दफना दिया।

गौवंश का सिर मिलने से मचा हड़कंप

श्यामनगर कॉलोनी में सड़क किनारे गौवंश का कटा हुआ सिर मिलने की सूचना आग की तरह फैल गई। इस घटना से आक्रोशित देवभूमि भैरव सेना के कार्यकर्ता मौके पर पहुंचे और सिर को उठाकर दुर्गा चौक ले गए, जहां उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि समीपवर्ती मोहल्ले में गौकशी की जा रही है और वही से इस सिर को लाकर यहां फेंका गया है।

पुलिस ने दिया कार्रवाई का आश्वासन

घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया ताकि कोई अप्रिय घटना न हो। पुलिस अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया और जांच कर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद गौवंश के सिर को वहां से उठाकर उचित स्थान पर दफना दिया गया।


हरिद्वार: शराब ठेके में चोरी करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार, नकदी और हथियार बरामद

हरिद्वार के जगजीतपुर इलाके में स्थित शराब के ठेके से नकदी चोरी करने वाले दो शातिर चोरों को पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से चोरी की गई नकदी और 12 बोर का एक तमंचा भी बरामद हुआ। पकड़े गए आरोपी उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने दोनों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।

रातभर रेकी के बाद चोरी को दिया अंजाम

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने पहले शराब ठेके की रेकी की और फिर रात में ठेके के पीछे जाकर सो गए। आधी रात के बाद मौका देखकर दोनों ने ठेके का ताला तोड़कर काउंटर से नकदी उड़ा ली। पुलिस ने जब जांच शुरू की तो ई-रिक्शा चालकों से पूछताछ की गई और मुखबिरों को सक्रिय किया गया। जांच के बाद पुलिस ने खोखरा तिराहा के पास निर्माणाधीन फ्लाईओवर के नीचे से दोनों संदिग्धों को दबोच लिया।

आरोपियों का आपराधिक इतिहास

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अयाज खान और भूरे खान के रूप में हुई, जो उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले के निवासी हैं। पूछताछ में अयाज ने स्वीकार किया कि वह पहले भी चोरी के मामले में मुंबई के शाहू नगर और अम्बावली थाने से जेल जा चुका है। पुलिस की टीम में जगजीतपुर चौकी प्रभारी चरण सिंह, उपनिरीक्षक ललित अधिकारी, कांस्टेबल प्रलव सिंह, कुलदीप और उम्मेद शामिल थे।

पुलिस का कहना है कि आरोपियों की मंशा चोरी करने के बाद ट्रेन से फरार होने की थी, लेकिन इससे पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

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