खबर उत्तराखंड से है जहां मॉनसून का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारी बारिश के चलते जगह-जगह नदियां उफान पर हैं तो वही पहाड़ों में लैंडस्लाइड और बादल फटने जैसी घटनाएं घटित हो रही हैं। पिछले 2 दिनों से बदरीनाथ हाईवे बार-बार खुलता और बंद होता जा रहा था। आज यानी रविवार सुबह 8:00 बजे एक बार फिर यातायात सुचारू कर दिया गया।
आपको बता दें कि चमोली जिले में 42 लिंक मार्ग बंद रहे थे। वहीं जिला प्रशासन अधिकारी एनके जोशी का कहना है कि सभी मार्गों पर यातायात सुचारु करने का काम किया जा रहा है।भारी बारिश के चलते क्षेत्र के 14 गांव में बिजली भी नही थी जिसके कारण लोगों को भारी दिक्कतों का सामना भी करना पड़ा है।अधीक्षण अभियंता विद्युत विभाग द्वारा बताया गया है की बिजली की आपूर्ति बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य किया जा रहा है।
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भारी वर्षा के कारण भूधंसाव से पोखरी इंटर कालेज के भवन के परिसर की भूमि पर दरार आ गयी है। वरिष्ठ शिक्षक धन सिंह गरिमा ने बताया इससे कॉलेज भवन को खतरा हो गया है।इतना ही नही तहसील मुख्यालय के पास उमट्टा में भी बद्रीनाथ हाईवे करीब 2घंटे तक बंद रहा।यहाँ पहाड़ी से मलबा आने के कारण हाईवे बंद हो गया था।जिसे एनएच ने जेसीबी मशीन की मदद से हाईवे को सुचारु किया। वहीं सोनला-कंडारा-सिलंगी मोटर मार्ग भी सुबह बंद रहा। यहां करीब पांच घंटे बाद सड़क को यातायात के लिए सुचारु किया गया।