उत्तराखंड ने 38वें राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी कर एक नया इतिहास रच दिया है। देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स स्टेडियम में विभिन्न खेल स्पर्धाओं का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें देशभर से आए लगभग 10,000 खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। कुल 35 खेल प्रतिस्पर्धाओं में 3674 पदकों के लिए जबरदस्त मुकाबले हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने खिलाड़ियों का बढ़ाया हौसला
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी स्वयं खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने के लिए खेल आयोजन स्थल पर पहुंचे। उन्होंने खिलाड़ियों से मुलाकात की, उनकी मेहनत और लगन की सराहना की और यहां तक कि उनके साथ भोजन भी किया। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया और राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड की ऐतिहासिक उपलब्धियों की सराहना की।
वुशु में ऐतिहासिक प्रदर्शन, उत्तराखंड ने तोड़ा अपना ही रिकॉर्ड
राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने वुशु प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करते हुए अब तक का सर्वश्रेष्ठ रिकॉर्ड बनाया है। पांच दिन चली इस प्रतियोगिता में राज्य के खिलाड़ियों ने एक स्वर्ण, तीन रजत और आठ कांस्य पदक जीतकर कुल 12 पदक अपने नाम किए। यह उपलब्धि इसलिए भी खास है क्योंकि इससे पहले 2023 में गोवा में हुए राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड को वुशु में केवल एक कांस्य पदक ही मिल सका था।
इस बार राज्य को पहला पदक ज्योति वर्मा ने कांस्य के रूप में दिलाया। इसके बाद अचोम तपस ने स्वर्ण पदक जीतकर सभी को गर्व से भर दिया। वहीं, इलाबाम इटाली चानू, फेब्रिस देवी और हर्षित शर्मा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए रजत पदक अपने नाम किए। हर्षित शर्मा, जिन्होंने पिछले वर्ष कांस्य पदक जीता था, इस बार अपने प्रदर्शन को बेहतर करते हुए रजत पदक हासिल किया।
राज्य के लिए गर्व का क्षण
उत्तराखंड के खिलाड़ियों की इस उपलब्धि ने राज्य को राष्ट्रीय पदक तालिका में टॉप 11 में पहुंचा दिया। यह पहली बार हुआ है जब उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने राष्ट्रीय खेलों में इतने पदक जीते हैं। वुशु के अलावा भी अन्य खेलों में राज्य के खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं और पदक तालिका में अपना स्थान मजबूत कर रहे हैं।
खेलों के प्रति बढ़ता उत्साह
राष्ट्रीय खेलों की इस मेजबानी ने उत्तराखंड में खेलों के प्रति एक नई जागरूकता और ऊर्जा का संचार किया है। खिलाड़ियों के शानदार प्रदर्शन ने प्रदेश के युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित किया है। राज्य सरकार भी खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं देने और खेलों को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है।
38वें राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड का प्रदर्शन राज्य के खेल इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो चुका है। यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि प्रदेश के खिलाड़ियों के अथक परिश्रम और संघर्ष का प्रमाण है।
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