रुद्रप्रयाग: ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के तहत घोलतीर सुरंग में बुधवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। कमजोर चट्टान से मलबा गिरने के कारण दो मजदूर इसकी चपेट में आ गए। हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि दूसरा घायल हो गया।
जानकारी के अनुसार, सुबह करीब आठ बजे मेघा इंजीनियरिंग कंपनी के मजदूर आईटीबीपी कैंप के पास घोलतीर सुरंग में अलग-अलग स्थानों पर काम कर रहे थे। इसी दौरान करीब नौ बजे एक कमजोर चट्टान (लूज रॉक) का मलबा गिर गया, जिसकी चपेट में झारखंड निवासी श्याम लाल मरांडी (40) और मध्य प्रदेश निवासी दीपचंद (23) आ गए।
राहत कार्य और अस्पताल में भर्ती
अन्य मजदूरों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मलबे में दबे दोनों मजदूरों को बाहर निकाला। उन्हें जिला अस्पताल रुद्रप्रयाग ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही श्याम लाल ने दम तोड़ दिया। अस्पताल के सीएमएस डॉ. मनोज बड़ाैनी ने पुष्टि की कि श्याम लाल की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी। घायल मजदूर दीपचंद को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
मजदूरों की सुरक्षा को लेकर सवाल
इस हादसे के बाद मजदूरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं। रेलवे प्रभावित संघर्ष समिति के अध्यक्ष गजेंद्र नयाल ने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कार्यदायी कंपनी से मृतक और घायल मजदूरों को उचित मुआवजा देने की मांग की। साथ ही उन्होंने सुरंग निर्माण में मजदूरों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम करने पर जोर दिया।
घटना ने निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी और मजदूरों की जान को हो रहे खतरे को उजागर किया है। स्थानीय प्रशासन और रेलवे प्रबंधन से इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपेक्षा की जा रही है।
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