देश के मैदानी इलाकों में गर्मी का कहर बढ़ता ही जा रहा है जिसके कारण पर्यटक अब उत्तराखंड की तरफ रुख करने लगे हैं। मसूरी, नैनीताल, हल्द्वानी, ऋषिकेश जैसे टूरिस्ट स्पॉटों पर पर्यटकों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। पर्यटन सीजन में काम का दबाव इतना बढ़ चुका है कि उत्तराखंड रोडवेज कर्मियों ने हैरतअंगेज कदम उठाया है।
जी हां, हल्द्वानी डिपो के 45 चालकों एवं परिचालकों ने एक साथ छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र सौंपे हैं। सभी ने स्वास्थ्य खराब होने की बात कहकर मेडिकल लीव मांगी है। इसी दौरान चालकों- परिचालकों ने प्रदर्शन करते हुए हल्द्वानी रोडवेज स्टेशन में अनदेखी का भी आरोप लगाया है। उनका कहना है कि सामान्य दिनों में हल्द्वानी से नैनीताल आना-जाना 4 घंटे में हो जाया करता था।लेकिन इन दिनों जाम होने के चलते 6 घंटे का समय लग रहा है।
बता दें कि चालकों का कहना है कि लगातार ब्रेक और क्लच दबाना पड़ता है जिसके चलते पैरों में सूजन आ गई है जिस कारण अब बस चलाना मुश्किल हो गया है। इन तकलीफों के बावजूद भी रोडवेज प्रबंधन उन पर 3 चक्कर लगाने का दबाव बना रहा है।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि 16 से 18 घंटों की ड्यूटी करने के बाद भी अगले दिन चालकों एवं परिचालकों को रेस्ट नहीं दिया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर 45 चालकों एवं परिचालकों के छुट्टी मांगने से निगम प्रबंधन के हाथ पांव फूल चुके हैं।
नैनीताल रूट पर काम का अतिरिक्त दबाव पड़ा है। कुछ चालकों और परिचालकों ने लीव के लिए आवेदन किया है। मुख्यालय को उनकी समस्याओं से अवगत कराया है।
एसएस बिष्ट, सहायक महाप्रबंधक, परिवहन निगम