उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राष्ट्रीय राजनीति में लगातार अपनी पहचान मजबूत कर रहे हैं। उनके नेतृत्व और रणनीतिक क्षमताओं का उपयोग भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा विभिन्न चुनावों में किया जा रहा है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में उनके प्रचार अभियान ने पार्टी को बड़ी सफलता दिलाई। जिन छह विधानसभा क्षेत्रों में उन्होंने प्रचार किया, वहां सभी सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार विजयी हुए।
धामी की सशक्त निर्णय क्षमता ने बटोरी चर्चा
समान नागरिक संहिता की पहल और सख्त नकलरोधी कानून जैसे फैसलों से पुष्कर सिंह धामी देशभर में चर्चा का विषय बने। भाजपा नेतृत्व ने उनके प्रभाव और लोकप्रियता को देखते हुए महाराष्ट्र के बांद्रा वेस्ट, नालासोपारा, ठाणे, ओवला माजीवाड़ा, वसई, और मीरा-भाईंदर विधानसभा क्षेत्रों में प्रचार की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने पार्टी की विचारधारा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास” के मूल मंत्र को जनता तक पहुंचाया।
भाजपा ने महाराष्ट्र में रचा इतिहास
महाराष्ट्र चुनाव में भाजपा ने कुल 149 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से 132 सीटों पर ऐतिहासिक जीत हासिल की। पार्टी को 26.77 प्रतिशत वोट मिले, जो अन्य दलों से काफी अधिक है। भाजपा ने लगातार तीसरी बार 100 सीटों का आंकड़ा पार कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया। इस सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों, पार्टी नेतृत्व की कुशल रणनीति और भाजपा की जनसेवा के प्रति प्रतिबद्धता को दिया गया।
मुख्यमंत्री धामी ने जताया विश्वास
चुनाव परिणाम आने के बाद मुख्यमंत्री धामी ने महाराष्ट्र भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और विजयी प्रत्याशियों को बधाई दी। उन्होंने विश्वास जताया कि सभी नव-निर्वाचित विधायक जनता की अपेक्षाओं पर खरे उतरेंगे और समर्पण के साथ काम करेंगे।
विपक्ष को झेलनी पड़ी करारी हार
जहां भाजपा ने 132 सीटें जीतीं, वहीं कांग्रेस 101 सीटों पर चुनाव लड़कर केवल 16 सीटें जीत सकी और 12.42 प्रतिशत वोट ही प्राप्त कर पाई। शिवसेना के एकनाथ शिंदे गुट ने 81 सीटों पर चुनाव लड़ा और 57 सीटों पर विजय प्राप्त की।
महाराष्ट्र में भाजपा की इस ऐतिहासिक जीत ने स्पष्ट कर दिया है कि जनता का भरोसा भाजपा और एनडीए सरकार की नीतियों और कार्यशैली पर कायम है। पुष्कर सिंह धामी की बढ़ती भूमिका और प्रभाव ने इस सफलता में अहम योगदान दिया।