देहरादून: उत्तराखंड में अक्टूबर में हल्की बारिश के बाद नवंबर पूरी तरह शुष्क रहा। दिसंबर की शुरुआत में भी मौसम शुष्क बना हुआ है। मौसम विभाग ने बताया है कि फिलहाल अगले हफ्ते तक बारिश या बर्फबारी की संभावना नहीं है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में सूखी ठंड का प्रभाव बढ़ रहा है, जिससे सर्दी-जुकाम और वायरल बुखार के मामलों में भी वृद्धि हो रही है।
शुष्क ठंड का असर
उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में घना कोहरा और धुंध छाई हुई है। पहाड़ी इलाकों में तापमान लगातार गिरने से झरनों का पानी जम गया है। किसानों को बारिश न होने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि ठंड में बढ़ोतरी जारी है, लेकिन बारिश और बर्फबारी की कमी से पर्यटकों और किसानों को निराशा हो रही है।
राज्य के प्रमुख शहरों का तापमान
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तराखंड के प्रमुख मैदानी शहरों का तापमान इस प्रकार है:
- देहरादून: अधिकतम 23°C, न्यूनतम 10°C
- हरिद्वार: अधिकतम 24°C, न्यूनतम 9°C
- काशीपुर: अधिकतम 24°C, न्यूनतम 9°C
- हल्द्वानी: अधिकतम 23°C, न्यूनतम 10°C
हिल स्टेशनों में कड़ाके की ठंड
उत्तराखंड के हिल स्टेशनों में तापमान काफी गिर चुका है, जिससे वहां ठंड का प्रकोप बढ़ गया है:
- मसूरी: अधिकतम 12°C, न्यूनतम -1°C
- नैनीताल: अधिकतम 17°C, न्यूनतम 3°C
- मुक्तेश्वर: अधिकतम 13°C, न्यूनतम -1°C
- रानीखेत: अधिकतम 17°C, न्यूनतम 1°C
बारिश और बर्फबारी का इंतजार
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में जहां तापमान माइनस में पहुंच चुका है, वहीं बारिश और बर्फबारी के अभाव से स्थानीय निवासियों के साथ-साथ पर्यटक भी निराश हैं। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि आने वाले सप्ताह में भी प्रदेश में शुष्क मौसम बना रहेगा। इससे पहाड़ी इलाकों में जल संकट की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
किसानों और आम जनजीवन पर प्रभाव
बारिश और बर्फबारी न होने से किसानों की फसलें प्रभावित हो रही हैं। वहीं, ठंड के चलते लोग वायरल संक्रमण से परेशान हैं। शुष्क मौसम और कोहरे की वजह से सड़क और रेल यातायात पर भी असर पड़ सकता है।
उत्तराखंड में ठंड का असर लगातार बढ़ रहा है। आने वाले दिनों में भी यदि मौसम में बदलाव नहीं होता है, तो स्थिति और गंभीर हो सकती है।