केदारनाथ धाम में आज सभी दुकानें और होटल बंद हैं क्योंकि तीर्थ पुरोहित और स्थानीय लोग अपनी मांगों को लेकर सरकार से नाराज हैं। तीर्थ पुरोहितों की मांगों में शामिल हैं:
- केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों को आवास और व्यवसाय की अनुमति दी जाए।
- केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों की भागीदारी को सुनिश्चित किया जाए।
- केदारनाथ धाम के विकास में तीर्थ पुरोहितों की राय ली जाए।
तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि 2013 की आपदा के बाद से उन्हें कोई आवास या व्यवसाय की अनुमति नहीं मिली है। वे कहते हैं कि केदारनाथ धाम में हो रहे विकास कार्यों में उनकी कोई भागीदारी नहीं है।
तीर्थ पुरोहितों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे आंदोलन को और तेज करेंगे। उन्होंने कहा कि वे 18 सितंबर से आमरण अनशन पर बैठेंगे।
तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन से तीर्थ यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है। केदारनाथ धाम में आज सभी दुकानें, होटल और लॉज बंद हैं। इससे तीर्थ यात्रियों को भोजन, आवास और अन्य सुविधाओं के लिए परेशानी हो रही है।
सरकार ने तीर्थ पुरोहितों की मांगों पर बातचीत करने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है। प्रतिनिधिमंडल तीर्थ पुरोहितों से बात कर उनकी मांगों को समझने की कोशिश कर रहा है।share