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केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रचार का शोरगुल आज थम जाएगा। 20 नवंबर को मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जबकि 23 नवंबर को मतगणना होगी और परिणाम घोषित किए जाएंगे। निर्वाचन विभाग और जिला प्रशासन ने शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव संपन्न कराने की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

यह सीट 9 जुलाई 2024 को तत्कालीन विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद खाली हुई थी। भारत निर्वाचन आयोग ने 15 अक्तूबर को इस उपचुनाव की अधिसूचना जारी की थी। नामांकन प्रक्रिया 22 से 29 अक्तूबर तक चली, जिसमें छह उम्मीदवारों ने अपने नामांकन दाखिल किए।

चुनाव प्रचार में जुटे सभी उम्मीदवार
भाजपा की ओर से आशा नौटियाल, कांग्रेस की तरफ से मनोज रावत, और उक्रांद से डॉ. आशुतोष भंडारी प्रमुख उम्मीदवार हैं। इनके अलावा त्रिभुवन चौहान, आरपी सिंह और प्रदीप रोहन रुढ़िया निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में मैदान में हैं। बीते 17 दिनों से सभी प्रत्याशी अपने-अपने प्रचार में जोर-शोर से जुटे रहे। आज शाम 5 बजे के बाद प्रचार पर पूरी तरह से रोक लग जाएगी।

173 पोलिंग बूथ, 90,875 मतदाता तैयार
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी धीरज कुमार ने जानकारी दी कि इस उपचुनाव में कुल 90,875 मतदाता मतदान करेंगे। इनमें से 173 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिनमें दूरस्थ क्षेत्रों में स्थित गौंडार, रांसी और चिलौंड जैसे केंद्र भी शामिल हैं। 18 नवंबर को इन दूरस्थ बूथों के लिए पोलिंग पार्टियां रवाना होंगी, जबकि बाकी केंद्रों के लिए 19 नवंबर को टीमें भेजी जाएंगी।

निर्वाचन विभाग का दावा है कि मतदान प्रक्रिया को शांतिपूर्ण और निष्पक्ष बनाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं। अब सभी की नजरें 20 नवंबर को होने वाले मतदान और 23 नवंबर को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं।

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